उन्होंने बताया कि स्टार्ट-अप की निधियों की निधि के लिए वित्तीय वर्ष 2015-16 में 500 करोड रुपये और 2016-17 में 100 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं. श्री पोद्दार ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्टार्ट-अप इंडिया के लिए विशेष कोष के संबंध में जानकारी मांगी थी.
इस पर सरकार की ओर से बताया गया कि स्टार्ट-अप निधियों की निधि के तहत इस योजना में प्रत्यक्ष निवेश की परिकल्पना नहीं की गयी है. सेबी ने पंजीकृत वैकल्पिक निवेश निधियों में अंशदान के लिए निधि निर्गत की गयी है. अब तक 129 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हो चुकी है.