हालांकि इस धरना में विवि के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय, रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी, सीसीडीसी डॉ पीके सिंह व डीएसडब्ल्यू डॉ एससी गुप्ता भी उपस्थित हुए. शिक्षक नेता डॉ बब्बन चौबे की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रस्ताव पारित किया गया कि सरकार ने वेतन व पेंशन भुगतान की जो परिपाटी शुरू की है, उसकी वजह से जुलाई महीने तक वेतन व पेंशन भुगतान संभव नहीं है.
प्रतिवर्ष पूर्व की भांति चार-छह महीने पर वेतन मिलेगा. 31 मार्च को ही पिछले नवंबर से फरवरी माह 2017 तक के वेतन की राशि उपलब्ध करायी गयी. शिक्षकों व कर्मचारियों ने यह भी कहा कि वेतन भुगतान में अत्यंत जटिल प्रक्रियाअों को अपनाया गया है, इससे असृजित पदों पर कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन रूक जायेगा. स्थानांतरित लोगों के संदर्भ में यह देखा जायेगा कि उनका मूल पद सृजित था या नहीं. फुटाज के महासचिव डॉ मिथिलेश ने कहा कि वेतन व पेंशन भुगतान पर आये इस संकट तथा विवि की स्वायतता का अपहरण किये जाने के मामले में कुलाधिपति व मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने करने की मांग की गयी. आज यह भी निर्णय लिया गया कि 14 अप्रैल को मारवाड़ी कॉलेज परिसर में शिक्षकों व कर्मचारियों की बैठक होगी, जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तय होगी. धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में डॉ रामइकबाल तिवारी, डॉ एमपी शर्मा, डॉ हरिअोम पांडेय, डॉ एलके कुंदन, डॉ राजकुमार, डॉ एसके झा, डॉ मिथिलेश, डॉ समीरा सिन्हा, डॉ मंजु मिंज, डॉ आरआर शर्मा, डॉ कपिलदेव, डॉ चंद्रकांत शुक्ल, डॉ विनायक लाल, डॉ वीएस गिरि, डॉ फिरोज अहमद, डॉ एमपी हसन, डॉ धीरेंद्र त्रिपाठी, डॉ जेके सिंह, डॉ एसपी सिंह, डॉ एके डेल्टा, डॉ मोहन, सुदर्शन पांडेय, नवीन चंचल, जहांगीर अंसारी, महेश कुमार, अशोक उरांव आदि उपस्थित थे.