रांची: झामुमो एक ऐसा राजनीतिक दल है, जिसका न तो कोई ठिकाना रहता है और न ही पता. कब क्या करेगा, इसकी जानकारी झामुमो के बड़े-बड़े पदाधिकारियों तक को नहीं रहती. कभी शिबू सोरेन की चलती है, तो कभी हेमंत सोरेन की.
कहने को इस पार्टी के तीन-तीन प्रदेश स्तर के प्रवक्ता हैं. विनोद पांडेय, सुप्रियो भट्टाचार्य और अशोक कुमार सिंह. पर, प्रवक्ताओं के पास पार्टी की सामान्य सूचना तक नहीं रहती.
सरकार को लेकर झामुमो क्या करेगा, प्रवक्ता बगलें झांकने लगते हैं. क्या विधानसभा भंग करने की सिफारिश करेंगे, तो प्रवक्ता कहते हैं पूछ कर बताते हैं. पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक होती है. शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के बयान अलग-अलग होते हैं. विधायक अलग सुर अलापते हैं.?