रांची: लोहरदगा में विकास कार्य धीमा है. खास कर मनरेगा व प्रधानमंत्री आवास योजना का काम काफी धीमा है. इन योजनाअों की कार्य प्रगति पर सरकार ने असंतोष व्यक्त किया है. मनरेगा आयुक्त ने असंतोष प्रकट करते हुए कार्य की गति ठीक करने के लिए कहा है. मनरेगा आयुक्त ने वहां के उपायुक्त को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि इन योजनाअों की जिले में अपेक्षित प्रगति नहीं है, ऐसा समीक्षा के दौरान पाया गया है. सारे जिलों की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने भी प्रगति धीमा पाते हुए अन्य जिलों के साथ लोहरदगा को भी प्रगति ठीक करने के लिए कहा था. उन्होंने स्पष्ट किया है कि हर हाल में लक्ष्य की प्राप्ति हो.
मनरेगा आयुक्त ने लिखा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को गरीबी के कुचक्र से बाहर लाने के लिए मनरेगा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान है. इस योजना के माध्यम से गरीब परिवार के सदस्यों के लिए एक से अधिक परिसंपत्तियों का सृजन कर उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर लाने का कार्य किया जा रहा है. पर यह ज्ञात हुआ कि लोहरदगा में दिसंबर माह तक 11.49 लाख मानव दिवस के लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 8.47 लाख मानव दिवस का ही सृजन हुआ है, जो लक्ष्य की 74 फीसदी है. यह खेदजनक स्थिति है.
उन्होंने लिखा है कि इस वित्तीय वर्ष के लिए मानव दिवस के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु आवश्यक है कि जिला में प्रति पंचायत हर दिन औसतन 200 मानव दिवस का सृजन किया जाये, जो अभी मात्र 130 मानव दिवस ही है. उन्होंने लिखा कि जल संरक्षण के लिए इस वित्तीय वर्ष में 5325 डोभा का लक्ष्य रखा गया था. इसके विरुद्ध मात्र 2867 डोभा की ही स्वीकृति दी गयी है तथा मात्र 912 डोभा पर ही काम चल रहा है. मनरेगा आयुक्त ने लिखा है कि लक्ष्य के तहत सारे डोभा की योजना को शीघ्र प्रशासनिक स्वीकृति दी जाये. लोहरदगा के साथ ही कुछ अन्य जिलों की भी प्रगति ठीक नहीं पायी गयी है. उन्हें भी सरकार के स्तर से जल्द पत्र लिखा जायेगा.