प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी में साहेबगंज में गंगा नदी पर प्रस्तावित पुल का शिलान्यास करने झारखंड आ रहे हैं. वह वहीं से पावर प्लांट का भी ऑनलाइन शिलान्यास करेंगे. पतरातू थर्मल पावर प्लांट के लिए झारखंड सरकार और एनटीपीसी के बीच एमओयू हो चुका है. पहले चरण में 2400 मेगावाट और दूसरे चरण में 1600 मेगावाट का पावर प्लांट स्थापित किया जायेगा. इसमें एनटीपीसी का 74 प्रतिशत और झारखंड सरकार का 26 प्रतिशत शेयर रहेगा.
पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड होगा नाम : इस संयुक्त उपक्रम का नाम पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड होगा. पहले चरण में पावर प्लांट स्थापित करने पर प्रति मेगावाट 6.5 करोड़ खर्च होने का अनुमान है. योजना पर कुल 16,000 करोड़ खर्च होंगे. पहले चरण को वर्ष 2019-20 और दूसरे चरण को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है. वर्तमान में पीटीपीसी के पास 6300 एकड़ जमीन उपलब्ध है, जिसमें 2700 एकड़ पर जलाशय है. नये मेगा पावर प्लांट स्थापित करने पर पहले चरण में 1260 और दूसरे चरण में 620 एकड़ जमीन की जरूरत होगी. इस तरह पावर प्लांट स्थापित होने के बाद भी जमीन बचेगी और जिसका व्यावसायिक उपयोग किया जा सकेगा.