श्री यादव गुरुवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर दिसंबर तक रैयतों को इंसाफ नहीं मिला, तो स्थानीय लोग भूख हड़ता पर बैठेंगे. उनके साथ मैं भी रहूंगा. या तो मेरी अर्थी उठेगी या फिर पावर प्लांट लगेगा. उन्होंने कहा कि रैयतों ने इंसाफ मांगा तो उनपर लाठी-डंडे बरसाये गये़ स्थानीय प्रशासन ने अडाणी पावर में पक्ष में काम किया.
रैयतों के बीच फरजी पहचान कार्ड बांटे गये. उस पर किसी का हस्ताक्षर नहीं था. जिनके पास कार्ड नहीं था, उन्हें घुसने नहीं दिया गया. 12 गांवों के रैयतों की जनसुनवाई 12 मिनट पर में पूरी कर ली गयी. पुलिस ने पहले इलाके में दहशत का माहौल बनाया. फ्लैग मार्च कर भयभीत करने का काम किया गया. श्री यादव ने कहा कि अडाणी पावर प्लांट के लिए 2200 एकड़ जमीन अधिग्रहित होनी है. इसमें गोड्डा और पौड्याहाट के 10 गांवों की जमीन जानी है. दो गांव को छोड़ कर शेष 98 प्रतिशत रैयत अपनी जमीन नहीं देना चाहते हैं. मौके पर पार्टी के सचिव सरोज सिंह भी मौजूद थे.