बेतला/गारू : लातेहार जिला के छिपादोहर थाना क्षेत्र के करमडीह जंगल में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में छह माओवादी मारे गये. इनकी शिनाख्त नहीं हो पायी है. मृत माओवादियों के पास से एक इंसास राइफल, 315 बोर के तीन राइफल, एक कारबाइन, एक एसएलआर राइफल समेत भारी मात्रा में गोली, मैगजीन, बैटरी बरामद किये गये हैं.
इसके अलावा वाकी-टाकी, टॉर्च, कंबल, चादर, खाने पीने के सामान, बरतन व कुछ पांच सौ के नोट बरामद हुए हैं. लेवी की रसीद व डायरी भी मिली है. माओवादियों के शव हेलीकॉप्टर से रांची ले जाया गया. मुठभेड़ के बाद लातेहार पुलिस व कोबरा बटालियन की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है.
कोयल नदी के पास माओवादियों ने की फायरिंग : बुधवार सुबह करीब सात बजे लातेहार पुलिस व कोबरा 209 बटालियन की टीम माओवादियों के खिलाफ छापामारी अभियान में निकली थी. पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि बुढ़ा पहाड़ पर माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य अरविंद जी व केंद्रीय कमेटी सदस्य सुधाकर जी का दस्ता जुटा है. इसी सूचना के आधार पर छापामारी अभियान शुरू किया गया था.
बुढापहाड़ जाने के क्रम में पुलिस टीम जब कोयल नदी के पास पहुंची, तो नदी की दूसरी छोर से माओवादी पुलिस पर गोली चलाने लगे. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, दोनों ओर से अंधाधुंध गोलियां चलने लगीं. करीब दो घंटे तक हुई फायरिंग के बाद माओवादियों ने गोली चलाना बंद कर दिया. इसके बाद सर्च अभियान चलाया गया, जिसमें छह माओवादियों के शव मिले.
पुराने नोट के चलन बंद होने से मची है खलबली
एसपी बिरथरे ने कहा कि बुढ़ापहाड़ माओवादियों का सुरक्षित जोन माना जाता है. 500-1000 के पुराने नोट के चलन बंद होने के बाद लेवी की राशि खपाने के लिए भी माओवादियों की सक्रियता बढ़ गयी है. ग्रामीणों की मदद से वे लोग बैंकों में लेवी की राशि जमा कराना चाहते हैं. इसे रोकने के लिए पुलिस पूरी सक्रियता के साथ काम रही है. इसी बात को ध्यान में रख कर जंगलों में निरंतर अभियान चलाया जा रहा है.