हजारीबाग :हजारीबाग के टाटीझरिया व बरही पुलिस ने 23.77 लाख रुपये जब्त किये हैं. टाटीझरिया पुलिस ने शुक्रवार को वाहन चेकिंग के दौरान 10 लाख रुपये जब्त किये हैं. गिरिडीह निमियाघाट थाना क्षेत्र के इसरी गांव निवासी बिनोद प्रसाद साहू अपनी कार (जेएच-10एम-8191) से 10 लाख रुपये लेकर हजारीबाग जा रहा था. कार में एक-एक हजार के 10 बंडल थे. बिनोद ने पुलिस को बताया कि उसने शादी के लिए अपने बहनोई हजारीबाग झंडा चौक निवासी अभिषेक कुमार से उधार लिया था. अब वह पैसे लौटाने जा रहा था. अभिषेक डीलर का पुत्र है. पुलिस ने मामले को आयकर विभाग को सौंप दिया है.
बोलेरो में मिले 13.77 लाख: इधर, बरही पुलिस ने जवाहर घाटी में एक बोलेरो से 13.77 लाख रुपये (500 व 1000 के नोट) जब्त किये. बोलेरो में तीन लोग सवार थे. तीनों को पकड़ लिया गया है. प्रमोद कुमार यादव (ग्राम दुलमाहा ) के पास से 4.77 लाख रुपये, जोगेश्वर प्रजापति (ग्राम दुधपनिया) के पास से पांच लाख और राजकुमार राम (ग्राम दुलमाहा) के पास से चार लाख रुपये मिले हैं. तीनों ने बताया है कि राशि पोकलेन मशीन के भुगतान से मिली है. उनकी पोकलेन महोबा (उत्तर प्रदेश) में एक ठेकेदार के अधीन चल रही है. वे लोग महोबा से राशि लेकर ट्रेन से कोडरमा स्टेशन आये. वहां से बोलेरो से घर लौट रहे थे. थाना प्रभारी अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले को आयकर के हवाले कर दिया गया है.
इधर, गिरिडीह में बाइक की डिक्की में मिले दो लाख
नगर थाना पुलिस ने जांच के दौरान एक बाइक की डिक्की से दो लाख रुपये बरामद किये हैं. बस स्टैंड के पास शुक्रवार की शाम को पुलिस वाहनों की जांच कर रही थी. इसी दौरान पीरटांड़ के एक युवक की डिक्की से रुपये बरामद हुए. पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है. थाना प्रभारी बीरेंद्र राम ने कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है.
रांची में जेवर व्यापारियों के पास 7.5 करोड़ कालेधन के सबूत
रांची :आयकर सर्वे के दौरान रांची व रामगढ़ के जेवर व्यापारियों के पास साढ़े सात करोड़ के कालेधन होने के सबूत मिले हैं. सोना-चांदी के स्टाॅक में भारी अंतर पाये जाने के बाद इन व्यापारियों ने 4.40 करोड़ के जेवर को अपना ही कालाधन मान लिया है. इस रकम पर टैक्स देने की बात स्वीकार कर ली है. इन व्यापारियों ने 500 व 1000 के नोटों का प्रचलन बंद होने के बाद तीन करोड़ से अधिक बैंकों में जमा कराये हैं. व्यापारियों ने इस राशि को पहले की नकद बिक्री बतायी है. आयकर अधिकारियों ने बैंक में जमा नकद रकम के सिलसिले में अलग से जांच शुरू कर दी है. Â आयकर उप निदेशक अनुसंधान मयंक मिश्रा और उपायुक्त रंजीत मधुकर के नेतृत्व में गुरुवार को शुरू हुआ सर्वे शनिवार शाम को खत्म हो गया.