हजार और पांच सौ के नोट खपाने के लिए व्यापारी कैश क्रेडिट एकाउंट (सीसी एकाउंट) और करंट एकाउंट का इस्तेमाल किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के अगले दिन यानी, 10 नवंबर से व्यापारियों ने खुले बाजार में पांच सौ और एक हजार के नोट का परिचालन बंद कर दिया. ग्राहकों से पांच सौ और हजार के नोट स्वीकार नहीं किये जाने लगे.
Advertisement
30 फीसदी कमीशन पर बदले जा रहे हैं बड़े नोट
रांची : रिजर्व बैंक द्वारा 500 और 1000 के नोटों का चलन बंद करने के बाद कमीशन पर नोट बदलने का धंधा शुरू हो गया है. औसतन 30 फीसदी कमीशन की दर पर नोट बदले जा रहे हैं. यानी, एक लाख रुपये के बदले 70 हजार रुपये दिये जा रहे हैं. नोट बदली कर कमीशन […]
रांची : रिजर्व बैंक द्वारा 500 और 1000 के नोटों का चलन बंद करने के बाद कमीशन पर नोट बदलने का धंधा शुरू हो गया है. औसतन 30 फीसदी कमीशन की दर पर नोट बदले जा रहे हैं. यानी, एक लाख रुपये के बदले 70 हजार रुपये दिये जा रहे हैं. नोट बदली कर कमीशन लेने का काम करनेवाले ज्यादातर लोग व्यापारी वर्ग के हैं. वैसे, वकील और चार्टड एकाउंटेंट भी यह काम कर रहे हैं.
इससे व्यापारियों के पास ग्राहक कम होने के बावजूद छोटे नोट अच्छी संख्या में जमा हो रहे हैं. सरकार की घाेषणा के अनुरूप दिसंबर अंत तक व्यापारी अपने पास पड़े पांच सौ और हजार के नोटों को बैंक के सीसी या करंट एकाउंट में आराम से जमा कर सकते हैं. राशि बैंक में जमा करने से पहले उनसे यह नहीं पूछा जायेगा कि संबंधित राशि नोटों को प्रतिबंधित करने से पहले की है या बाद की. इस वजह से कई व्यापारियों ने कमीशन पर नोट बदले का धंधा शुरू कर दिया है. कई मामलों में सीसी एकाउंट के खरीद-फरोख्त की भी सूचना है. ऐसे मामलों में सीसी एकाउंट की बकाया राशि जमा कर काला धन सफेद करने का काम किया जा रहा है.
बड़े व्यवसायियों के यहां एडवांस मिल रहा है वेतन
बड़े नोटों पर लगाये गये प्रतिबंध के बाद कई बड़े व्यापारी अपने कर्मचारियों को एडवांस वेतन दे रहे हैं. कुछ लोगों ने छह-छह महीनों का वेतन अपने कर्मचारियों को दे दिया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement