रांची : सोनाहातू में कांची नदी पर बना पुल कभी भी ढह सकता है, क्योंकि बालू का खनन करके इसे पाइल के फाउंडेशन तक को खोद दिया गया है. फिलहाल पुल के सारे पीलर नीचे तक दिख रहे हैं. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पुल लटक गया है. वहां से गुजरने वाले भी पुल ढहने की संभावना से भयभीत हैं. लोग इसकी शिकायत संबंधित जगहों पर कर रहे हैं. यह पुल 2004 में सोनाहातू के मिलन चौक के पास स्थित हरीन घाट पर बना हुआ है.
लगातार हो रहा है बालू का खनन : यहां से लगातार बालू का खनन हो रहा है. बालू का धंधा करनेवालों ने पुल के आसपास का पूरा बालू हटा दिया है. यहां तक पुल के नीचे से भी बालू ढोया जा रहा है. स्थिति इतनी खराब हो गयी है, फिर भी बालू का खनन नहीं रुका है.
पुल की स्थिति खतरनाक : विशेषज्ञ
पुल के निर्माण में लगे इंजीनियरों (विशेषज्ञों) का कहना है कि यह खतरनाक स्थिति है. ऐसी स्थिति में कभी भी पुल ढह सकता है या क्षतिग्रस्त हो सकता है. इसे बचाने के लिए युद्ध स्तर पर लगना होगा.
उनका कहना है कि सबसे पहले वहां खनन रोकना होगा. इसके बाद क्षतिग्रस्त हिस्से को भरना होगा. उन्होंने कहा कि बालू खनन नियम विरुद्ध हो रहा है, क्योंकि पुल के अप व डाउन दोनों स्ट्रीम में पांच-पांच सौ मीटर की दूरी तक खनन की अनुमति नहीं होती है, फिर यहां किसके आदेश से अनुमति दी गयी और कैसे बालू खनन हो रहा है, इसे देखना होगा.