रांची: पॉलिथीन ने राजधानी के नदी-नालों को जाम कर दिया है. इससे नदियों के आसपास के मुहल्ले प्रदूषित हो रहे हैं. नालियों में पॉलिथीन भर जाने से नाली का पानी सड़कों पर आ जाता है. पॉलिथीन ने शहर का सीवरेज सिस्टम को बिगाड़ दिया है. हर साल बरसात से पहले नगर निगम सिवरेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए नाली साफ करती है. लेकिन, कुछ ही दिनों में नाली फिर जाम हो जाता है. ऐसा पॉलिथीन के बेतरतीब प्रयोग के कारण होता है.
पॉलिथीन की नदी बनी हरमू
हरमू नदी को देख कर लगता है कि यहां पानी नहीं, पॉलिथीन बहता है. पॉलिथीन के कारण नदी जाम हो गयी है और पानी गंदा हो गया है. नदी में हमेशा कचड़ा भरा रहता है. राज्यसभा सांसद परिमल नथवाणी ने मुक्तिधाम के पास पॉलिथीन साफ करवाने की कोशिश की थी. नदी से काफी मात्र में पॉलिथीन निकलवाया था. इसके बाद भी स्थिति में बहुत बदलाव नहीं दिखता है. लोग आज भी वहां घर से निकले पॉलिथीन बहा रहे हैं.
ग्रामीण इलाके भी हो रहे दूषित
पॉलिथीन के कारण अब ग्रामीण इलाके भी दूषित हो रहे हैं. एटूजेड शहर के कचड़े को ङिारी में डंप कर रहा है. सूखने के बाद यह पालिथीन ग्रामीण इलाकों में उड़ कर जा रहा है. झिरी में पहाड़ की तरह कचड़ा जमा हो गया है. इसे रिसाइकिल करने की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी पॉलिथीन का प्रयोग काफी बढ़ गया है. हर दुकानों में सामान के साथ पॉलिथीन दिये जा रहे हैं.