समारोह में उपस्थित केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने पूर्ववर्ती छात्रों द्वारा शिक्षक दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम की सराहना की. उन्होंने सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत में शुरू से ही शिक्षकों को सम्मान देने की परंपरा रही है. शिक्षक उस मूर्तिकार की तरह हैं, जो बच्चों को तराश कर कर उसे कामयाब बना देते हैं. विधायक गंगोत्री कुजूर ने आवासीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए किये जा रहे प्रयास की जानकारी दी.
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संसाधनों से लैस होंगे आवासीय विद्यालय : मंत्री
चान्हो: मां हमें जन्म देती है, लेकिन गुरु ज्ञान का प्रकाश देकर दुनिया में चलना सिखाते हैं. इसलिए हमें गुरु-शिष्य के रिश्ते को प्रगाढ़ बना कर रखना चाहिए. उक्त बातें राज्य की कल्याण मंत्री लुइस मरांडी ने कही. वे सोमवार को सोनचीपी स्थित टाना भगत आवासीय उच्च विद्यालय के 50 वें स्थापना दिवस पर आयोजित […]
चान्हो: मां हमें जन्म देती है, लेकिन गुरु ज्ञान का प्रकाश देकर दुनिया में चलना सिखाते हैं. इसलिए हमें गुरु-शिष्य के रिश्ते को प्रगाढ़ बना कर रखना चाहिए. उक्त बातें राज्य की कल्याण मंत्री लुइस मरांडी ने कही. वे सोमवार को सोनचीपी स्थित टाना भगत आवासीय उच्च विद्यालय के 50 वें स्थापना दिवस पर आयोजित स्वर्ण जयंती सह मिलन समारोह को संबोधित कर रही थीं.
कार्यक्रम में गुमला के विधायक शिवशंकर उरांव, कल्याण विभाग शिक्षक संघ के महामंत्री नकुल साहू, विद्यालय के संस्थापक प्रधानाघ्यापक बलिराम मिश्रा ने भी विचार व्यक्त किये. मौके पर विद्यालय के पूर्ववर्ती शिक्षकों व छात्रों को सम्मानित भी किया गया. इससे पूर्व अतिथियों ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. स्वागत भाषण बाल श्रम आयोग के सदस्य संजय कुमार मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन नागराज भगत ने किया. कार्यक्रम में आदिवासी कल्याण आयुक्त गौरीशंकर मिंज, जिला कल्याण पदा. अर्जुन मांझी, बीडीओ प्रवीण कुमार, प्रमुख भोला उरांव, पूर्ववर्ती छात्र संघ के अध्यक्ष डॉ नरेश भगत, उपाध्यक्ष हरि उरांव, सचिव व संयोजक नागराज उरांव, सह संयोजक मनोज भगत, बाले भगत, महावीर भगत, राजेंद्र भगत, बालकृष्ण भगत, प्रो महेंद्र उरांव, छोटेराम उरांव, बालेसर भगत, ब्रह्मानंद पाठक, सरयू प्रसाद, कामेश्वर प्रसाद सिन्हा, राजेंद्र सिन्हा, हरिहर करमाली, सुरजदेव भगत, राम लखन साहू, वंषीधर दुबे, आशीष उरांव, राम उरांव, राधेश्याम पाठक, चडरा टानाभगत, पुसा टानाभगत, सफीक अंसारी, सोनी तबस्सुम, लवनाथ साही आदि मौजूद थे.
हर जिले में एक आवासीय विद्यालय आदर्श बनेगा
मंत्री ने कहा कि सरकार कल्याण विभाग की ओर से संचालित आवासीय विद्यालयों को तमाम संसाधनों से लैस करने का प्रयास कर रही है. शिक्षकों की कमी को देखते हुए यहां अनुबंध पर घंटी आधारित शिक्षकों को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. साथ ही खेल, स्वास्थ्य व कंप्यूटर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही इन विद्यालयों में इंडोर गेम व जिम की सारी सामग्री के अलावा कंप्यूटर व कंप्यूटर शिक्षक की व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में कल्याण विभाग द्वारा संचालित एक विद्यालय को आदर्श बनाया जायेगा. उसके पूरे कैंपस को डेवलप किया जायेगा. जहां स्कूल के साथ छात्रावास, शिक्षकों के आवास व तमाम संसाधन उपलब्ध होंगे. लेकिन इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है.
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