रांची: नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि समाज में बढ़ रही असमानता की खाई को कम करने की जरूरत है. झारखंड में गरीबों से जुड़े मुद्दे पलायन आदि को किस तरह से ब्रिक्स के मुद्दे में शामिल किया जा सकता है, इस पर विचार करने की जरूरत है. सीपी सिंह मंगलवार को झारखंड वादा न तोड़ो अभियान अौर लाइफ एजुकेशन एंड डेवलपमेंट सपोर्ट (लीड्स) के तत्वावधान में होटल राज रेसीडेंसी में आयोजित परामर्शी बैठक में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
मौके पर अर्थशास्त्री प्रो रमेश शरण ने दलितों और आदिवासियों से जुड़े मुद्दों को उठाया. उन्होंने कहा कि दलितों अौर आदिवासियों के मुद्दे अलग-अलग हैं. जहां आदिवासी हैं, वहां पर खनिजों की भरमार है, पर वे न तो इसका उपयोग कर सकते हैं अौर न ही इनके बारे में निर्णय ले सकते हैं. पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता फैसल अनुराग ने कहा कि राज्य गठन से अबतक झारखंड में 108 एमअोयू हुए हैं. इससे राज्य का विकास तो नहीं हुआ, पर लगभग एक करोड़ लोग विस्थापित हुए हैं. सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बरला ने भी विस्थापन अौर इससे जुड़े विभिन्न पहलुअों पर चर्चा की.
वहीं नि:शक्तता आयुक्त डॉ सतीश चंद्रा ने दिव्यांगों अौर उनके विकास के लिए किये जा रहे कार्यों पर चर्चा की. कार्यक्रम में चाईबासा से आयी गीता बलमुचू ने विचार रखे. इस अवसर पर वादा न तोड़ो अभियान के राज्य समन्वयक एके सिंह सहित अन्य उपस्थित थे.