रांची: राज्य सरकार का सिस्टम ऐसा है कि राज्य प्रशासनिक सेवा के करीब 15 अफसरों को दो माह से अधिक समय से बैठा कर रखा गया है. उन्हें बेकाम कर दिया गया है. अभी उनके पास कुछ भी काम नहीं है. न ही वेतन मिल रहा है. इन अधिकारियों का काम सिर्फ इतना है कि ये कार्मिक विभाग आते हैं, अपनी हाजिरी बनाते हैं. इसके बाद कार्यालय की अवधि तक विभाग में ही रहते हैं.
इन्हें पदस्थापना की प्रतीक्षा (वेटिंग फॉर पोस्ट) में रखा गया है. यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक कि उनकी पोस्टिंग न हो जाये. बिना काम के अफसरों को भी परेशानी हो रही है.
पोस्टिंग के बाद मिलेगा वेतन : इन अफसरों को दो माह से वेतन नहीं मिला है. जब उनकी पोस्टिंग होगी, तभी वेतन मिलेगा. पोस्टिंग के बाद उन्हें अपनी सर्विस रेगुलराइज करानी होगी.महालेखाकार कार्यालय से इस अवधि के लिए वेतन की स्वीकृति मिलने के बाद ही तनख्वाह मिलेगी. यानी उन्हें कार्मिक में पड़े रहने का वेतन भी मिल जायेगा.
बैठने की भी नहीं है जगह : मजेदार बात यह है कि इन 15 अफसरों के लिए कार्मिक विभाग में बैठने की भी व्यवस्था नहीं है. हकीकत तो यह है कि पांच अफसरों को बैठने की जगह मिल जाये, वही काफी है. इस कारण हाजिरी बनाने के बाद अफसर इधर-उधर बैठ कर समय गुजारते हैं.
पदस्थापन के इंतजार में हैं : राजेश कुमार वर्मा , हैदर अली, मिथिलेश प्रसाद, गंदूर भगत, अनंत कुमार, शिशिर कुमार सिन्हा, डॉ लाल मोहन महतो, रवींद्र कुमार, साधना जयपुरियार, भोलानाथ लागुरी व पांच अन्य