रांचीः बांग्ला सांस्कृतिक मेला शुक्रवार से जिला स्कूल मैदान में शुरू हो गया. पहला दिन रंगारंग कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. इससे पूर्व महिलाओं ने स्वागत गीत ‘बंगला मायेर छेले…’ व ‘धीतांग-धीतांग बोले….’ पेश किये. मेला का उदघाटन पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने किया. द्वीप प्रज्जवलित होते ही ढोल-ढाक व उलुक ध्वनि से मेला का आगाज हुआ. इस मौके पर मेला के संयोजक सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि मेला वर्ष 1999 से शुरू हुआ.
यह मेला एक छोटे से मैदान में शुरू हुआ था, जो आज वृहत रूप ले लिया है. कोलकाता से आये सांस्कृतिक दल रूद्रा अग्नि ने अमृताश्या पुत्र का मंचन किया, जिसे लोगों ने खूब सराहा. इस नृत्य नाटिका के जरिये स्वामी विवेकानंद की जीवन यात्र की झलक प्रस्तुत की गयी.
इस नाटक का निर्देशन उदिता राय ने किया था. इसमें सयक चक्रवर्ती ने स्वामी विवेकानंद की भूमिका निभायी. वहीं अर्णवज्योति पॉल रामकृष्ण की भूमिका व गीतिका राय मां शारदा की भूमिका निभायी.
इस मौके पर बंगाली एसोसिएशन झारखंड के अध्यक्ष बीएन राय,एके सरकार, प्रवीर लाहिड़ी, डॉ कमल बोस, असीम सरकार,रथिन चक्रवर्ती समेत काफी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे. संस्कृति मेले में मिराकल फेम अतनु वर्मन ने खूब मनोरंजन किया. वहीं कोलकाता से आये सोहोर बैंड भी अपना जलवा बिखेरा.