रांची: कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने कहा है कि पेट्रोलियम पदार्थ (पेट्रोल, डीजल एवं गैस) तेजी से खत्म हो रहे हैं. इनके आयात पर भी सरकार को बड़ी राशि खर्च करनी पड़ती है.
हममें से कई लोग इन बातों को लेकर जागरूक हैं और पेट्रोल/गैस को बचाने की कोशिश करते हैं, पर ऐसे लोग हैं जो इनका मिसयूज करते हैं. शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की जरूरत है. इसका संरक्षण जरूरी है. कृषि मंत्री गुरुवार को बीएनआर चाणक्य में आयोजित तेल एवं गैस संरक्षण पखवारा के उद्घाटन अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. कार्यक्रम का आयोजन ऑयल इंडस्ट्री झारखंड की ओर से किया गया.
ऑयल इंडस्ट्री के स्टेट को-ऑर्डिनेटर आरके साहब ने कहा कि समाज के सभी व्यक्तियों को पेट्रोल एवं गैस संरक्षण की दिशा में सोचना होगा. बच्चों को यह जानकारी ज्यादा जरूरी हैं, क्योंकि वे अपने अभिभावकों को इस बारे में ज्यादा सचेत कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ रेड सिगAल पर गाड़ी बंद रखने से हम सालाना 994 करोड़ रुपये की बचत कर सकते हैं. हिंदुस्तान पेट्रोलियम के चीफ रिजनल मैनेजर सिद्धार्थ मिश्र, भारत पेट्रोलियम के टेरेटरी मैनेजर शैलेश मल्होत्र, इंडियन ऑयल के सीनियर डिपो मैनेजर राजेश प्रसाद ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में कई स्कूलों के बच्चें मौजूद थे.