रांची: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि झारखंड की प्रगति बिहार से जल्दी हो सकती है. पर, अपार संभावनाओं के बावजूद अच्छे शासन के अभाव में झारखंड की स्थिति शोचनीय हो गयी है. नीतीश सोमवार को जदयू के अध्यक्ष शरद यादव के साथ रांची में थे. दोनों ने होली डे होम में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. बैठक में शरद यादव ने कहा : सपनों के साथ बना झारखंड खंड-खंड हो गया है. लोगों के उत्साह पर पानी फिर गया है.
माहौल बनाना जरूरी : कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा : झारखंड जिन कारणों को लेकर अलग हुआ, दुर्भाग्य से उनका निराकरण नहीं हो सका. प्रगति के सभी आवश्यक संसाधन होते हुए भी आम लोगों का जीवन बेहतर नहीं बन सका. झारखंड में विकास का माहौल भी नहीं बनाया जा सका. उन्होंने कहा : बिहार की प्रगति का सबसे बड़ा कारण अच्छे माहौल का होना है. लोगों के सोच बदले हैं. पहचान बदल रही है. झारखंड में भी माहौल बनाना जरूरी है. झारखंड के पास वह सब कुछ है, जो बिहार के पास नहीं है. यहां की प्रगति बिहार से तेज हो सकती है.
बिना राजनीति लड़ाई के नहीं बदल सकती झारखंड की सूरत
शरद यादव ने कहा : राज्य तबाही के कगार पर पहुंच गया है. पूरी दुनिया से लोग आकर इसे लूट रहे हैं. यहां के लोगों में निराशा है. झारखंड की यह सूरत राजनीति लड़ाई से ही बदल सकती है. कुशल नेतृत्व और अच्छा शासन ही निराशा दूर कर सकता है. उन्होंने कहा : झारखंड पार्टी की बड़ी चिंता है. यह जदयू का पुराना गढ़ रहा है. पार्टी की विचारधारा झारखंड में बड़ी तेजस्वी रही है.
नीतीश ने कार्यकर्ताओं से कहा
– झारखंड का राजनीतिक माहौल बदलें
– समाज के सबसे नीचे के व्यक्ति तक पहुंच कर पार्टी के सिद्धांतों का प्रचार करें
– बिछड़े साथियों को वापस जोड़ें
– राजा पीटर के नेतृत्व में संगठन का विस्तार कर सफलता की राह तलाशें. हो सकता है इसमें समय लग जाये
– आपस में एकता रखते हुए आम आदमी का जीवन बेहतर बनाने का प्रयास करें
शरद ने कार्यकर्ताओं से कहा
– लोगों को बतायें कि यह बेदागों की पार्टी है. पिछले आठ वर्षो से बिहार में एक मंत्री पर अंगुली उठानेवाला कोई नहीं है
– बिहार को देख कर झारखंड बनाने का भी संकल्प लें. बिहार जैसा रास्ता बनायें
– संगठन मजबूत बनायें और आपसी मतभेद भुलायें
– आपस में प्रेम रखें. मिल कर काम करें.
– राजा पीटर के नेतृत्व में झारखंड को बदल दीजिये