सामाजिक कार्यकर्ता वासवी किड़ो ने कहा कि झारखंड सरकार के दिखाने अौर खाने के दांत अलग हैं. एक तरफ वह आदिवासी जमीन की लूट रोकने की बात पर रांची में हो, खड़िया अौर संताल आदिवासियों द्वारा भूमि खरीद पर रोक लगा रखी है, वहीं 2013 के कानून का उल्लंघन कर कूटे, आनी, तिरिल, लाबेद, मुड़मा सहित 32 गांवों के खेतों का सरकार अधिग्रहण कर रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों को प्रताड़ित कर रही है. इसके खिलाफ भी सरकार पर मुकदमा दायर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि 17 अप्रैल को कुटे में विस्थापितों की बैठक होगी, जिसमें आंदोलन के संबंध में रणनीति बनायी जायेगी. मौके पर मादी उरांव, छोटू उरांव, राहुल उरांव, पवन मुंडा, संदीप प्रजापति आदि थे़