रांची: आयकर विभाग को किशोर मोदक नामक उस व्यक्ति की तलाश है, जिसने रांची के पूर्व जिला अभियंता केसी सिंह को 260 ग्राम का ‘गोल्ड बार’ गिफ्ट के रूप में दिया था. गोल्ड बार खरीदनेवाले ने अपना पता रामगढ़ के जिस स्थान का लिखा है, वह उस पते पर उपलब्ध नहीं है.
आयकर विभाग द्वारा केसी सिंह के ठिकानों पर छापामारी के दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में एक लॉकर का पता चला था. केसी सिंह और अनिता के संयुक्त नाम के इस लॉकर की जांच के दौरान आयकर अधिकारियों को सात ‘गोल्ड बार’ मिले थे. गोल्ड बार का वजन 260 ग्राम था. मामले की जांच-पड़ताल के दौरान हुई पूछताछ में केसी सिंह ने कहा था कि लॉकर में मिले गोल्ड बार उनके पिता रामवृक्ष सिंह के थे.
गोल्ड बार खरीदने के बाद उन्होंने अपनी बहु को उसे उपहार स्वरूप दिया था. इसे ही लॉकर में रखा गया है. केसी सिंह के बयान के आधार पर आयकर अधिकारियों ने उनके पिता से पूछताछ की. केसी सिंह के पिता ने अपने बयान में गोल्ड बार खरीद कर बहु को उपहार स्वरूप देने की बात स्वीकार की. पिता-पुत्र के बयान के बाद आयकर विभाग ने इस मामले में बैंक ऑफ इंडिया से जानकारी मांगी. बैंक ने आयकर विभाग को पत्र लिख कर यह जानकारी दी कि गोल्ड बार रामवृक्ष सिंह ने नहीं खरीदी थी. किशोर मोदक नामक व्यक्ति ने सातों गोल्ड बार की खरीदारी की थी. गोल्ड बार खरीदने के लिए दिये गये ब्योरे में किशोर मोदक ने अपना पता रामगढ़ लिखा है.
बैंक से खरीदारी की जानकारी मिलने के बाद आयकर विभाग ने उसे नोटिस भेजा, ताकि इंजीनियर के गिफ्ट में गोल्ड बार देने का कारणों का पता लगाया जा सके. हालांकि आयकर विभाग द्वारा भेजा गया नोटिस वापस लौट जा रहा है. किशोर मोदक रामगढ़ के अपने पते पर उपलब्ध नहीं है.