–मोदी ने भाषण में प्रभात खबर का उल्लेख किया
-मौका दें, आपके सपनों का झारखंड बनायेंगे
-2014 का चुनाव, जनांदोलन बनेगा
रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर रविवार को राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि महंगाई एवं भ्रष्टाचार को थामने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा और कांग्रेस नेता बस ‘आकाशवाणी’ कर रहे हैं.
मोदी ने यहां एक रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष की कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दिल्ली में शुक्रवार को हुई बैठक का परोक्ष रुप से जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की. उस बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से महंगाई थामने और लोकपाल एवं लोकायुक्त विधेयक की तर्ज पर लोकायुक्त कानून लागू करने का आह्वान किया था.
कांग्रेस नेता ने आदर्श सोसायटी घोटाले की आयोग द्वारा की गयी जांच की रिपोर्ट खारिज करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले से असहमति जतायी थी.
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी, उसकी सरकारें और उनके नेता लोगों की आवाज नहीं सुनते….. लोग आज विकास चाहते है विभाजन नहीं, वे मौका चाहते हैं राजनीतिक अवसर नहीं, वे सुरक्षा चाहते हैं सांप्रदायिकता का जहर नहीं. ’’ महंगाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर प्रहार करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन साल पहले महंगाई पर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने के बावजूद सरकार अबतक इस दिशा में कोई कदम उठाने में विफल रही है. उन्होंने दावा किया कि उन्हें एक समिति का प्रमुख बनाया गया था जिसे महंगाई थामने के लिए उठाये जाने वाले कदमों की सिफारिश करनी थी.
उन्होंने कहा, ‘‘संप्रग और कांग्रेस शासित राज्यों के दो अन्य मुख्यमंत्री भी उसमें थे. हमने 62 व्यावहारिक बिंदु बताए और 20 पहलों की सिफारिश की. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने अच्छा काम किया. लेकिन ढाई साल बीत गए अबतक कोई कदम नहीं उठाया गया. केंद्र सरकार पंगु हो गयी है.’’
दिल्ली में फिक्की के एक कार्यक्रम में राहुल द्वारा दिए गए भाषण का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने कहा था, ‘‘मैंने कल कांग्रेस के एक बडे नेता का भाषण सुना था. वह भ्रष्टाचार के खिलाफ बातें कर रहे थे. उनका साहस तो देखिए. कोई दूसरा ऐसा साहस नहीं कर सकता. ये लोग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं. उसके बावजूद वे निदरेष सा चेहरा लेकर सामने आते हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ बातें करते हैं. ’’ केंद्र में कांग्रेस नीत सरकार पर पृथक झारखंड राज्य बनाने की मांग की अनसुनी करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि जनता की आवाज अनसुनी कर दी गयी और कई बार तो उसे दबा भी दिया गया.
झारखंड राज्य बनाने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देते हुए उन्होंने कहा कि यह राज्य विकास के मामले में पीछे छूट गया. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और झारखंड साथ ही बने थे. झारखंड गैर भाजपा सरकार की नीतियों की वजह से विकास में पिछड़ गया.
उन्होंने कहा, ‘‘इससे राज्य का विकास सुनिश्चित होगा. ’’ उन्होंने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार को राज्य के विकास में दिलचस्पी नहीं है. झारखंड कोयला का उत्पादन करता है जबकि यहां बिजली संयंत्र नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी विशेषज्ञ कहेगा कि इस तरह के संसाधनों से संपन्न राज्य किसी विकसित देश के समकक्ष हो सकता है… जबकि ऐसा राज्य अब भी गरीब है. ’’इससे पहले रैली में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने जासूसी प्रकरण पर जांच आयोग गठित करने के लिए केंद्र की आलोचना की.
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही आरोप लगे, मोदी ने स्वयं ही जांच का आदेश दिया. यह परंपरा रही है कि यदि राज्य पहले ही जांच पैनल घोषित कर देता है, तो केंद्र नया आयोग नहीं बनाता है. ’’मोदी ने दावा किया कि गुजरात में केवल एक दंगा हुआ लेकिन वे मोदी को सांप्रदायिक बताते रहे अब अहमदाबाद की एक अदालत ने उन्हें पाक साफ करार दिया है.
मोदी ने भाषण में प्रभात खबर का उल्लेख किया
रांचीः नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान प्रभात खबर अखबार का उल्लेख किया. आम तौर पर मोदी किसी भी जनसभा में किसी अखबार या मीडिया का नाम नहीं लेते हैं, पर रविवार को उन्होंने झारखंड में पानी संकट की चर्चा करते हुए प्रभात खबर का उल्लेख किया. कहा कि झारखंड में परमात्मा की कृपा से अच्छी वर्षा होती है. हमारे गुजरात में इतनी वर्षा नहीं होती. हमने रास्ता खोजा. लाखों की तादाद में चेकडैम बनवाये. वर्षा के पानी को रोकने का प्रयास किया. गुजरात के हजारों गांवों में पहले टैंकर से पानी जाता था, पर अब वहां पाइप से पानी जाता है.
यह काम झारखंड में भी हो सकता है. झारखंड से हमारे कार्यकर्ता ने प्रभात खबर की कॉपियां भेजीं. इस अखबार ने एक हफ्ते तक बारीकी से और विस्तृत रिपोर्ट छाप कर इसे झारखंड की जनता के चरणों में समर्पित कर दिया कि कैसे गुजरात में पानी का प्रबंधन होता है, कैसे पानी की योजना बनती है. लेकिन यहां की सरकार, कांग्रेस और केंद्र सरकार को कुछ करना नहीं है.
मौका दें, आपके सपनों का झारखंड बनायेंगे
रांचीः नरेंद्र मोदी ने रविवार को धुर्वा (रांची) में आयोजित विशाल जनसभा में कहा कि झारखंड में इतना प्राकृतिक संसाधन है, जिससे वह दुनिया के समृद्ध देशों जैसा बन सकता है, लेकिन 13 सालों में झारखंड ने इस अवसर को गंवा दिया. जनता अवसर दे, तो झारखंड की तसवीर बदल सकती है. अपने 35 मिनट के भाषण में लगभग आधा घंटा मोदी झारखंड के हालात, विकास, भ्रष्टाचार पर बोलते रहे. उन्हें सुननेवालों में झारखंड के युवा और महिलाओं की संख्या अधिक थी. श्रोताओं में मोदी को सुनने-देखने के लिए बेचैनी दिखी, जज्बा दिखा. खुद मोदी भी इस अपार भीड़ को देख कर उत्साहित थे. कभी विभिन्न गुटों में बंटी भाजपा रैली में एकजुट दिखी.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश चलाने के लिए नेक इरादे चाहिए, वादे नहीं. इरादों में नैतिकता होनी चाहिए. मौका दें, आपके सपनों का झारखंड बनायेंगे. कांग्रेस और उनके नेता बतायें कि अमीर राज्य की गोद में गरीबी क्यों पल रही है. झारखंड 10 वर्ष में विकास की नयी ऊंचाई पार कर लेता, लेकिन वह मौका खो चुके हैं. राज्य अब 13 साल का हो गया है. व्यक्ति के जीवन में भी 13 से 18 वर्ष का पड़ाव महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान सर्वागीण विकास होता है. बेटा-बेटी भी 13 से 18 के होते हैं, तो उनका हुलिया बदल जाता है. सोच बदल जाती है. झारखंड के लिए भी 13 से 18 का कालखंड महत्वपूर्ण है. झारखंड को विकास की नयी ऊंचाई पर ले जाना है. लोगों से कहा : अब 13 से 18 का समय मत गंवाना. इसी कालखंड में जो नीति बनेगी, दिशा तय होगी, झारखंड वही दिशा तय करेगा. श्री मोदी रविवार को राजधानी के जगन्नाथ मैदान में भाजपा की विजय संकल्प रैली में उमड़े जनसैलाब को संबोधित कर रहे थे.
2014 का चुनाव, जनांदोलन बनेगा
जगन्नाथ मैदान लोगों से पटा था. राज्यभर से लोगों का कारवां पहुंचा था. मोदी ने कहा : यह रैली ऐतिहासिक है. इस दृश्य में देश का भविष्य दिख रहा है. 2014 का चुनाव, जनांदोलन बनेगा. कुशासन के खिलाफ जंग होगा. सुशासन स्थापित होगा. 2014 में चुनाव है. राज्य में 14 सीटें हैं. 14 की 14 सीटें दिलायें. झारखंड का भाग्य निर्धारित करने की दिशा तय करें. आपके सपने और आपकी धरती के साथ जुड़ कर काम करनेवाला चाहिए. आप हमें समर्थन दें, हम आपके सपनों का झारखंड देंगे. आपकी धरती से जुड़ कर काम करेंगे.