रांची : झारखंड अलग राज्य बनने के बाद पहली बार राज्य को डॉक्टरों को प्रोन्नति मिली है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इससे संबंधित प्रस्ताव पर मंजूरी देते हुए संचिका स्वास्थ्य विभाग को भेज दी है. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि अब तक झारखंड में कोई भी डॉक्टर सिविल सर्जन के पद पर भी नहीं थे. सब कुछ प्रभार के भरोसे चल रहा था.
पहली बार सरकार ने इन्हें प्रोन्नति दी है. डिप्टी सुपरिटेंडेंट के बेसिक कैडर पर नियुक्त चिकित्सक ही अब तक बिना प्रोन्नति के ही सिविल सर्जन, एसीएमओ, आरडीडी, उपनिदेशक, अपर निदेशक, निदेशक और निदेशक प्रमुख के पद पर कार्य कर रहे हैं. अब इन्हें प्रोन्नति मिली है.
पांच निदेशक प्रमुख होंगे
बताया गया कि पहले चरण में चिकित्सक सिविल सर्जन, एसीएमओ, आरडीडी और उपनिदेशक के पद पर प्रोन्नत हुए हैं. इसके बाद विभागीय प्रोन्निति समिति की बैठक में इन 74 प्रोन्नत चिकित्सकों में एक निदेशक प्रमुख, पांच निदेशक, छह अपर निदेशक, नौ उप निदेशक व शेष सिविल सर्जन और एसीएमओ के पद पर वरीयता के अनुरूप प्रोन्नत होंगे.