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राजू हत्याकांड: फिरौती नहीं मिलने पर की हत्या, बिहार के अभय ने रची थी साजिश

व्यवसायी राजू मंडल की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है़ दो अारोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है़ हत्याकांड में छह अपराधी शामिल थे़ चार अन्य की तलाश में पुलिस छापामारी कर रही है़ रांची: पंडरा से अपहृत मार्बल व्यवसायी राजू मंडल की हत्या के आरोप में पुलिस ने दो लाेगों को […]

व्यवसायी राजू मंडल की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है़ दो अारोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है़ हत्याकांड में छह अपराधी शामिल थे़ चार अन्य की तलाश में पुलिस छापामारी कर रही है़

रांची: पंडरा से अपहृत मार्बल व्यवसायी राजू मंडल की हत्या के आरोप में पुलिस ने दो लाेगों को गिरफ्तार किया है़ गिरफ्तार अारोपियों में चतरा के बड़गांव निवासी कामेश्वर उरांव और लातेहार के बालूमाथ निवासी सरयू महतो शामिल हैं. पुलिस ने कामेश्वर को टंडवा से और सरयू को बालूमाथ से पकड़ा है़ दोनों के पास से एक देसी पिस्तौल, दो गोली, एक मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किये गये हैं. पुलिस के अनुसार, घटना में चार अन्य अपराधी शामिल थे़ इनकी तलाश की जा रही है़ अपराधियों ने राजू मंडल के परिजनों से एक करोड़ की फिरौती मांगी थी़ फिरौती की रकम नहीं मिलने के कारण ही उनकी हत्या कर दी गयी़

टीपीसी से अलग हो गया था कामेश्वर : रविवार रात 9: 30 बजे अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिटी एसपी किशोर कौशल ने बताया : घटना में शामिल चार अन्य अपराधियों का सत्यापन कर लिया गया है़ सभी की तलाश में छापामारी की जा रही है़ कामेश्वर उरांव ने पुलिस के सामने पत्रकारों को बताया कि वह कुछ वर्ष पूर्व टीपीसी के लिए काम करता था. पर बाद में वह संगठन से अलग हो गया़ राजू मंडल की हत्या का मास्टर माइंड बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी अभय है़ घटना में निर्मल, अरविंद और सागर भी शामिल हैं. अभय को कामेश्वर अधिक नहीं जानता है़ कामेश्वर ने बताया कि अभय के कहने पर ही निर्मल ने राजू मंडल को सरयू के बालूमाथ स्थित घर से ले जाकर गोली मारी थी़

पुलिस की टीम कर रही छापेमारी : सिटी एसपी ने बताया कि पुलिस चार अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर छापामारी कर रही है़ छापेमारी टीम में कोतवाली एएसपी अंशुमान कुमार, खेलारी थाना प्रभारी हरेंद्र राय, तमाड़ थाना प्रभारी संचमान तामंग, पंडरा ओपी प्रभारी शंभु प्रसाद शामिल हैं. सिटी एसपी के अनुसार घटना में उग्रवादी संगठन के शामिल होने की बात सामने आयी है.

घटना में शामिल लोग पेशेवर हैं या नहीं, इसकी जानकारी जुटायी जा रही है़

कैसे की गयी व्यवसायी की हत्या

कामेश्वर ने बताया कि उसने जगुआर का इंस्पेक्टर बता कर राजू मंडल को फोन किया था़ मार्बल के काम से संबंधित बातचीत की थी. 29 फरवरी को कामेश्वर चार लोगों को लेकर राजू मंडल की दुकान के पास पहुंचा़ उसने खुद को झारखंड जगुआर का अफसर बताया अौर राजू से कहा कि पास ही में गाड़ी में साहब बैठे हैं, जिन्हें मार्बल लगवाना है़ स्थल निरीक्षण करने के बहाने वह राजू को अपने साथ ले गया़ बाद में गाड़ी के पास ले जाकर हथियार के बल पर उन्हें अगवा कर लिया़ अपहरण करने के बाद राजू को बालूमाथ में सरयू महतो के घर पर रखा गया़ फिरौती की रकम नहीं मिलने और पकड़े जाने के डर से चार मार्च को उनकी हत्या कर दी़.

कौन है मास्टरमाइंड अभय

अभय मूल रूप से मुजफ्फपुर का रहनेवाला है. वह पेशेवर अपराधी है. पिछले वर्ष गुमला में एक चिकित्सक का अपहरण कर लिया गया था. घटना में अभय का गिरोह शामिल था. अपहरण के बाद अभय जगह बदल- बदल कर चिकित्सक के परिजनों से फिरौती की मांग करता रहा. फिरौती वसूलने के बाद चिकित्सक की हत्या कर शव फेंक दिया. अभय घटना को अंजाम देने के बाद बिहार भाग जाता है. पूर्व में वह नक्सली नेता के नाम पर प्रेस बयान भी जारी करता था.

राज्य में अपराध बेकाबू, अपराधी बेखौफ

पंडरा के मार्बल व्यवसायी राजू मंडल की अपहरण के बाद हत्या की घटना में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस पांच दिन तक अंधेरे में ही तीर चलाती रही़ पटना सहित अन्य स्थानों पर आती-जाती रही़ इस दौरान अपराधियों ने राजू मंडल के परिजनों को चार बार फोन कर एक करोड़ की फिराैती मांगी़ लेकिन पुलिस अपहरणकर्ताओं तक नहीं पहुंच सकी. व्यवसायी की हत्या होने के बाद अब पुलिस मामले का खुलासा होने का दावा कर रही है़ इस मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. घटना में चार और अपराधियों की संलिप्तता की बात कही गयी है.

रांची सहित पूरे राज्य में अपराध बेकाबू है. अपहरण, हत्या और लूट-डकैती की घटना लगातार हो रही है़ अपराधी पकड़े नहीं जा रहे़ रांची की बात करें, तो यहां अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पांच आइपीएस (एसएसपी, ग्रामीण एसपी, सिटी एसपी, हटिया एएसपी, कोतवाली एएसपी) की पोस्टिंग है. थानों में प्रभारी पद को अपग्रेड किया गया. प्रभारी के पद पर दारोगा को हटा कर इंस्पेक्टर की पोस्टिंग की गयी. चौक-चौराहों पर मुश्तैदी के लिए वाहन उपलब्ध कराये गये. दूसरे जिलों से अतिरिक्त फोर्स दी गयी, लेकिन अपराध नहीं रुक रहा.

रोके जा सकने वाले 1023 अपराध बढ़े : झारखंड में इस वर्ष जनवरी से अब तक 10 से अधिक लोगों की हत्या हो चुकी है़ 18 से अधिक लूट व डकैती की घटना हुई है़ पिछले वर्ष भी अपराध का ग्राफ काफी बढ़ गया था़ 2014 की तुलना में 2015 में 3234 अपराध अधिक हुए थे. वैसे अपराध जिसे पुलिस रोक सकती थी (प्रीवेंटेबल क्राईम) में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. आंकड़े के मुताबिक 2014 में इस तरह के 13603 अपराध हुए थे़, जबकि 2015 में 14626. यानी 1023 घटना की वृद्धि. बैंक में डकैती व लूट की घटना में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गयी.

पुलिस भी है डिमोरलाइज्ड : राज्य में सीनियर अफसरों के कारण फिल्ड के पुलिस अफसर डिमोरलाइज्ड (उत्साह की कमी) हैं. छोटी-छोटी बात पर भी सस्पेंड कर दिया जाता है. बातचीत में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल होने लगा है. पिछले दिनों पलामू प्रमंडल में एक सीनियर अफसर ने एक एसपी से कह दिया कि पंच से मार कर पेट फाड़ देंगे. दूसरे से कहा दिया कि भुजाली से मार कर दो टुकड़ा कर देंगे. जबकि तीसरे अफसर से कहा कि लैंड माइन लगा कर उड़ा देंगे. एक एसपी रैंक की महिला अफसर से एक सीनियर अफसर ने कहा कि यह सब छोड़ो, ब्यूटी पार्लर खोल लो. कुछ सीनियर अफसर यह कह कर ऐसा कहनेवाले अफसर का बचाव कर रहे हैं कि उन्होंने किसी के खिलाफ कोई लिखित कार्रवाई कभी नहीं की.

राज्य में इस वर्ष 18 से अधिक लूट व डकैती की घटना

हाल में हुई हत्या

02 जनवरी : गुमला में 10 दिन से लापता कबाड़ी व्यवस्यी मुबारक शाह की हत्या

04 जनवरी : गुमला के घाघरा में छात्र भोला गोसाइ की अपहरण कर हत्या 05जनवरी : खूंटी के तोरपा में अपहरण कर दो युवकों की हत्या

17 जनवरी : पलामू में मुर्गा फार्म संचालक की हत्या

19 जनवरी : खूंटी में अपहरण कर 17 साल के युवक छोटराय मुंडा की हत्या

21 जनवरी : कांटाटोली पर लूटपाट का विरोध करने पर खलासी की पीट-पीट कर हत्या

28 जनवरी : गुमला के कामडारा में मनरेगा के मेठ महेश साहू की हत्या

08 फरवरी : नामकुम में 17 दिन से गायब छात्र अंकित का शव मिला

10 फरवरी : खूंटी के कर्रा में भाजपा कार्यकर्ता शंकर सिंह की हत्या

13 फरवरी : खूंटी में झामुमो नेता जिदन होरो की गोली मार कर हत्या

लूट-डकैती की घटना

01 जनवरी : अपर बाजार में दुकान के कर्मचारी से 4.80 लाख की लूट

04 जनवरी : रातू में पेट्रोल पंप के मालिक से एक लाख की लूट

06 जनवरी : चान्हो में कपड़ा व्यवसायी से छह हजार की लूट

06 जनवरी : जोन्हा में व्यवसायी के घर डकैती

07 जनवरी : खलारी-बीजुपाड़ा रोड पर दर्जनों वाहनों में लूट

07 जनवरी : जमशेदपुर में चेन-ब्रेसलेट की लूट

07 जनवरी : हाता में आइटीसी के सेल्समैन से 90 हजार की लूट

07 जनवरी : गढ़वा के रंका में ठेकेदार से एक लाख की लूट

08 जनवरी : चिरकुंडा में सात लाख की लूट

11 जनवरी : पलामू में एसबीआइ बैंक से 2.32 लाख की लूट

14 जनवरी : गढ़वा में डॉक्टर के घर से 4.5 लाख रुपये समेत 10 लाख के संपत्ति की लूट

01 फरवरी : झुमरी तिलैया में माइका कारोबारी से 1.20 लाख की लूट

08 फरवरी : रामगढ़ में पेट्रोल पंप कर्मी से तीन लाख की लूट

11 फरवरी : हजारीबाग के विष्णुगढ़ ग्रामीण बैंक से 7.75 लाख की लूट

14 फरवरी : बरियातू रोड में व्यवसायी से दो लाख की लूट

15 फरवरी : जामताड़ा में बैंक के कैश काउंटर से पांच लाख की लूट

15 फरवरी : गुमला के चौनपुर में मिशन बैंक से 5.50 लाख की डकैती

17 फरवरी : पंडरा में व्यवसायी से 1.85 लाख की लूट

साल भर में भी नहीं खोजा अभय को, फिर की अपहरण कर हत्या

मार्बल व्यवसायी राजू मंडल का अपहरण और उनकी हत्या में अपराधी अभय का नाम भी आया है. यह वही अपराधी है, जिसने मई 2015 में गुमला से डॉक्टर आरबी चौधरी का अपहरण कर लिया था. फिरौती वसूलने के बाद उनकी हत्या कर दी थी. 05 मई को पुलिस ने शव बरामद किया था. इस घटना के बाद झारखंड पुलिस को भारी फजीहत झेलनी पड़ी थी, लेकिन पुलिस अब तक उसे नहीं पकड़ सकी. दस माह बाद उसने फिर से गुमला की तरह ही अपहरण कर मार्बल व्यवसायी की हत्या कर दी. अभी यह बात नहीं सामने आयी है कि क्या राजू मंडल के परिजनों ने फिरौती दे तो नहीं दी थी.राजू मंडल की हत्या में एक बात और चौकानेवाला है. वह यह कि शव मिलने के बाद पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया. पुलिस को यह सफलता शव मिलने से पहले क्यों नहीं मिली.

गुमला की घटना में भी ऐसा ही हुआ था. तब पुलिस पर सूचना लीक होने का आरोप लगा था.

अपराधी अभय के बारे में कहा जाता है कि वह पुलिस की हर चाल को जानता है. कई साल पहले वह पुलिस के लिए ही काम करता था. एक बड़े पुलिस अफसर के तो घर में ही रहता था. गौर करनेवाली बात यह है कि राजू मंडल का अपहरण करनेवाले अपराधियों ने खुद को झारखंड जगुआर का आदमी बताया था. संभव है ऐसा बतानेवाला खुद अभय ही हो. बढ़निया कांड के बाद लातेहार में रहते हुए वर्ष 2009 में उसने खुद को माओवादी बताकर विधानसभा उड़ाने की धमकी दी थी. पुलिस के लिए काम करते हुए अभय ने वर्ष 2010 में अभिजीत ग्रुप के कार्यस्थल पर हमला कर एक कर्मचारी की हत्या कर दी थी. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. 23 फरवरी 2015 को वह जेल से बाहर निकला था. जिसके बाद गुमला में डाक्टर का अपहरण कर हत्या कर दी थी.

अंतिम संस्कार हुआ पूरे गांव में पसरा मातम

रांची के मार्बल व्यवसायी राजीव मंडल उर्फ हरिलाल मंडल का शव रविवार की दोपहर उनके पैतृक गांव सरिया थाना क्षेत्र के नगरकेशवारी पहुंचा, तो वहां कोहराम मच गया. शव सबसे पहले दोदलो स्थित ससुराल पहुंचा, वहां से पैतृक घर नगर केशवारी लाया गया. शाम पांच बजे नगरकेशवारी के खंडगा नाला के पास स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें काफी संख्या में इलाके के लोग शामिल हुए. राजू मंडल अपने पीछे पत्नी व तीन पुत्री समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं.

बड़ी बेटी को गोद लेंगे संजय सेठ

रांची मृतक के साले सुनील कुमार व लालमणि ने बताया कि शनिवार की रात दो बजे चतरा से एक निजी वाहन से शव लेकर वे लोग रांची चले थे़ सुबह पांच बजे वे लोग रांची पहुंचे़ घटना की सूचना मिलने के बाद भाजपा नेता संजय सेठ व्यवसायी के घर पहुंचे थे़ उन्होंने कहा कि राजू मंडल की बड़ी बेटी जो ओड़िशा में इंजीनियरिंग कर रही है, उसकी पढ़ाई समेत सारा जिम्मा उठायेंगे़ घटना दुखद है़ उन्होंने कहा कि रांची के पुलिस कप्तान नये हैं, शीघ्र ही अपराध पर अंकुश लगायेंगे़

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