11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भाजपा संगठनात्मक चुनाव: लगातार खड़े हो रहे विवाद, जमशेदपुर में चले डंडे

राजधानी रांची में भाजपा रांची महानगर जिलाध्यक्ष का चुनाव हुआ. आरोप है कि इसे लेकर दबाव की राजनीति हो रही थी. मामले में इस कदर विवाद बढ़ा कि इसे सुलझाने के लिए नगर िवकास मंत्री सीपी िसंह को हस्तक्षेप करना पड़ा. उधर भाजपा जिलाध्यक्ष चुनाव को लेकर जमशेदपुर में हुई बैठक रणक्षेत्र में तब्दील हो […]

राजधानी रांची में भाजपा रांची महानगर जिलाध्यक्ष का चुनाव हुआ. आरोप है कि इसे लेकर दबाव की राजनीति हो रही थी. मामले में इस कदर विवाद बढ़ा कि इसे सुलझाने के लिए नगर िवकास मंत्री सीपी िसंह को हस्तक्षेप करना पड़ा. उधर भाजपा जिलाध्यक्ष चुनाव को लेकर जमशेदपुर में हुई बैठक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. यहां लाठी-डंडे तक चले. पुिलस को हस्तक्षेप करना पड़ा और चुनाव स्थगित कर िदया गया. इसमें कई कार्यकर्ता घायल हुए, हालांकि आरएसएस का कहना है कि हंगामा करनेवाले आरएसएस कार्यकर्ता नहीं थे.
मनोज मिश्रा बने भाजपा रांची महानगर के अध्यक्ष
रांची: सर्वसम्मति से मनोज मिश्रा को भाजपा रांची महानगर का जिलाध्यक्ष निर्वाचित किया गया. शनिवार को हरमू रोड स्थित दिगंबर जैन भवन में अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ मनोज मिश्रा की ओर से ही नामांकन किया गया. इसके बाद चुनाव प्रभारी ओम सिंह और चुनाव पर्यवेक्षणक विनय कुमार लाल और राज कुमार लाल ने मनोज मिश्रा को सर्वसम्मति से अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा की. इन्हें प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया.

पदाधिकारी सर्वसम्मति बनाने में जुटे हुए थे. प्रत्याशियों से बंद कमरे में बात की गयी. नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने भी प्रत्याशियों से बात कर सर्वसम्मति बनाने को कहा. श्री सिंह के हस्तक्षेप के बाद मनोज मिश्रा के नाम पर सहमति बनी. श्री मिश्रा को अध्यक्ष बनाये जाने पर विधायक सीपी सिंह, सांसद राटहल चौधरी, रामकुमार पाहन, नवीन जायसवाल,जीतूचरण राम, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, सत्यनारायण सिंह, सीमा शर्मा, गामा सिंह, सुनील शर्मा, रामजी लाल सारडा, गुलशनलाल अाजमानी, प्रेम मित्तल, प्रदीप सिन्हा समेत कई नेताओं ने बधाई दी है.
क्या नागपुर का आदेश है, जिसे माना जाये?
जिलाध्यक्ष के चुनाव को लेकर शुक्रवार की रात प्रदेश चुनाव प्रभारी राज सिन्हा के आवास पर बैठक हुई थी. इसमें पार्टी के कई वरीय नेता और पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक में बताया गया कि जिलाध्यक्ष पद के लिए संघ ने अपनी पसंद जाहिर की है. इस पर पार्टी के एक प्रभावशाली नेता ने संघ के आग्रह को मानने से साफ इनकार कर दिया. कहा कि क्या यह आदेश नागपुर से आया है? क्या यह प्रतिनिधिसभा का आदेश है, जिसे माना जाये? पार्टी नेताओं के इस व्यवहार से संघ के पदाधिकारियों में नाराजगी है. संघ की ओर से पार्टी के 26 संगठनात्मक जिलों में से सिर्फ रांची में अपनी पसंद का उम्मीदवार देने इच्छा जतायी थी, जिसे पार्टी नेताओं ने मानने से इनकार कर दिया था.
जमशेदपुर में भाजपा-आरएसएस कार्यकर्ता भिड़े, 10 लोग घायल
जमशेदपुर/रांची: भाजपा जिलाध्यक्ष चुनाव को लेकर बिष्टुपुर तुलसी भवन में शनिवार को आयोजित बैठक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. इस दौरान आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ता और नेता आपस में भिड़ गये, जिसमें 10 लोग घायल हो गये.पुलिस हस्तक्षेप और हल्का बल प्रयोग के बाद मामला शांत हुआ. चुनाव प्रभारी प्रदीप वर्मा, पर्यवेक्षक शिवशंकर उरांव और गुरविंदर सिंह शेट्टी भी किसी तरह वहां से बच कर निकले. हो हंगामे के बाद मानगो हाइवे स्थित एक होटल में आरएसएस और भाजपा नेताओं की मीटिंग हुई. इसके बाद चुनाव को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
मारपीट में आरएसएस कार्यकर्ता नहीं
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रवक्ता संजय आजाद ने अधिकृत बयान जारी कर कहा है कि जमशेदपुर जिलाध्यक्ष के चुनाव में हुई मारपीट में संघ का कोई कार्यकर्ता शामिल नहीं था. यह पार्टी कार्यकर्ताओं की आपसी रंजिश है. इसमें बेवजह आरएसएस कार्यकर्ताओं का नाम लाया जा रहा है.
संगठनात्मक चुनाव में अंधेरगर्दी
रांची: भाजपा के संगठनात्मक चुनाव में अंधेरगर्दी मची हुई है. पहले मंडल अध्यक्षों का चुनाव विवादास्पद रहा. अब जिलाध्यक्षों को चुनाव में जम कर हंगामा हो रहा है. चुनाव में पार्टी संविधान की धज्जियां उड़ाने के आरोप लग रहे हैं. संगठनात्मक चुनाव में पार्टी के प्रभावशाली नेताओं का वर्चस्व कायम है. प्रभावशाली नेता अपने चहेते नेताओं को जिलाध्यक्ष बनाने में सफल साबित हो रहे हैं. इसको लेकर कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी देखने को मिल रही है. धनबाद में पिछले सप्ताह जिलाध्यक्ष के चुनाव के दौरान भी हंगामा हुआ. दो गुटों के बीच मारपीट तक की स्थित पहुंची थी. बाद में सर्वसम्मति बना कर जिलाध्यक्ष घोषित किया गया. शनिवार को जमशेदपुर में जिलाध्यक्ष चुनाव में भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ता भिड़ गये. इसमें 10 लोग घायल भी हुए. चुनाव प्रभारी के समक्ष लाठियां बरसीं. बाद में चुनाव को स्थगित कर दिया गया. भाजपा रांची जिला ग्रामीण के चुनाव में भी नियमों का पालन नहीं करने के आरोप लग रहे हैं. यहां पर चुनाव के लिए 21 फरवरी की तिथि तय की गयी है. चुनाव में हो रहे हंगामे पर पार्टी का केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व मौन है. संगठनात्मक चुनाव में हुए विलंब और विवाद पर प्रदेश चुनाव प्रभारी राज सिन्हा की भूमिका पर भी सवाल उठाये जाये रहे हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें