रांची : झारखंड की राज्यपाल द्राैपदी मुरमू ने कहा है कि देश के महान सपूतों के असीम त्याग व बलिदान ने देश की आजादी को संभव बनाया है. उनके बलिदान के कारण ही आज हमलोग 67वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं. झारखंड बेरोजगारी व पलायन की समस्या से आज भी जूझ रहा है. इससे कई समस्याएं पैदा हुईं, जिसमें नक्सल समस्या प्रमुख है.
बेरोजगारी व पिछड़ेपन की वजह से ही नक्सल पनपा है. सरकार झारखंड के विकास में राज्य के युवक-युवतियों को शिक्षण व प्रशिक्षण के माध्यम से कुशल मानव संसाधन के रूप में विकसित कर इनकी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करने के उद्देश्य से कार्य कर रही है. राज्य की आर्थिक स्थिति को आैर बेहतर करने के लिए उद्योग-धंधों का अपेक्षित विकास जरूरी है. राज्य में निवेश का बेहतर माहाैल बनाने के लिए श्रम कानूनों को सरल बनाया जा रहा है. सरकार राज्य को विकसित राज्य बनाने के लिए लगातार काम कर रही है. उम्मीद है आनेवाले वर्षों में झारखंड विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा होगा. राज्यपाल गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को मोरहाबादी मैदान में आयोजित झंडोत्तोलन कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रही थी.
उपलब्धियों का किया जिक्र
समारोह में राज्यपाल ने राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस वर्ष खराब मानसून व अोलावृष्टि के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा. उसकी भरपायी के लिए सरकार ने 1398 करोड़ रुपये के राहत पैकेज को मंजूरी प्रदान की है. किसानों को अनुदान पर बीज व 50 प्रतिशत अनुदान पर डीजल उपलब्ध कराने का कार्य सरकार कर रही है. उग्रवाद प्रभावित जिलों में युवाअों के काैशल विकास के लिए काम चल रहा है. नक्सल प्रभावित चतरा, हजारीबाग, बोकारो, पलामू, गढ़वा, लातेहार, पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, लोहरदगा व गुमला में आइटीआइ व दो स्कील डेवलपमेंट सेंटर की सथापना की जा रही है. श्रीमती मुरमू ने कहा कि किसी भी राज्य में शिक्षा का स्तर राज्य के विकास को तय करता है.