रांची: जीवन में जब गुरु मिल जाते हैं तो जीवन धन्य हो जाता है. यूं कहें जीवन का पुनजर्न्म हो जाता है. भगवान भी गुरु की शरण में गये थे. भगवान श्रीराम व श्रीकृष्ण ने गुरु के मार्गदर्शन में कई ऐसे कार्य किये, जो मनुष्य के लिए अनुकरणीय हैं.
उक्त बातें मंगलवार को निरामया अस्पताल के समीप छेदी हनुमान मंदिर परिसर में अयोध्या से आये दिव्यांशु कृष्ण जी महाराज ने कही. उन्होंने सरल भाषा में भक्ति की जानकारी देते हुए कहा कि जिसतरह मोबाइल के दस नंबर में एक भी गलत हो जाने से सही व्यक्ति से संपर्क नहीं होता.
लेकिन भक्ति के नौ नंबर में एक भी याद हो जाये तो जीवन धन्य हो जाता है. दिलीप शास्त्री जी महाराज ने भक्ति भाव की सरल विधि की जानकारी दी. प्रवचन में काफी संख्या में भक्त शामिल हुए.