-कांटाटोली चौक पर रोज-रोज जाम, त्रस्त हैं लोग-
रांचीः राजधानी रांची में समय के साथ यातायात समस्या बढ़ती जा रही है. कुछ-कुछ अंतराल पर सुकून के एक-दो दिन छोड़ दें, तो रोजाना के ट्रैफिक जाम से लोग हलकान हैं. खास कर कांटाटोली चौक इस मामले में बदनाम है. आम आदमी की समझ है कि कांटाटोली चौक पर जब तक वाहन पड़ाव होगा, तब तक समस्या का समाधान मुश्किल है.
रोज 370 बसें खुलती हैं
कांटाटोली (खादगढ़ा) बस स्टैंड से रोज करीब 370 बसें झारखंड के विभिन्न जिलों सहित पड़ोसी राज्यों के लिए खुलती है. भोर पहर से रात तक इनकी लगातार रवानगी व आगमन से कांटाटोली चौक अस्त-व्यस्त रहता है. जमशेदपुर की ओर से आनेवाली बसें पेट्रोल पंप के पास तथा रामगढ़ की ओर से आने वाली बसें आने व जाने के क्रम में पहले कांटाटोली कब्रिस्तान के पास रुकती हैं. इससे दोनों सड़कें अवरुद्ध हो जाती है. वहां छोटे-बड़े चौपहिया व दोपहिया वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है. यह आम राहगीरों के लिए भी रोजाना की समस्या है. कई बार तो किसी मरीज को गंभीर हालत में ले जाते एंबुलेंस भी इस चौक पर फंसते हैं. तब बड़ी विषम स्थिति उत्पन्न हो जाती है. ठीक चौक-चौराहे पर ही रुकती सिटी बसों ने स्थिति और बिगाड़ी है.
सवाल है कि क्या कांटाटोली चौक पर बसें खड़ी करना वजिर्त नहीं किया जा सकता? क्या हर दिशा में ऑटो पड़ाव के लिए जरूरी दूरी निर्धारित नहीं हो सकती? क्या ऐसा नहीं करने वालों पर कानून का जोर नहीं चल सकता?
स्टैंड रहना बड़ी समस्या
जानकारों की मानें, तो कांटाटोली में बस स्टैंड बनाना भविष्य का सिरदर्द होगा. जनसंख्या के साथ-साथ वाहनों की संख्या में भी लगातार इजाफा होता रहेगा. पूर्व में जिला प्रशासन ने बस स्टैंड हाइटेंशन फैक्टरी की जमीन पर शिफ्ट करने की योजना बनायी थी, जिस पर काम नहीं हुआ.