-मनोज लाल-
रांचीः पश्चिमी सिंहभूम में बालू का उठाव नहीं हो रहा है. इससे करीब एक अरब की सड़क योजनाएं प्रभावित हो रही हैं. इस पर काम नहीं हो रहा है. 20 से ज्यादा सड़क योजनाएं ठप हो गयी हैं. केवल मनोहरपुर प्रखंड में 60 करोड़ से ज्यादा की योजनाएं ठप हैं. ठेकेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. इंजीनियर भी उन्हें काम कराने के लिए दबाव नहीं दे पा रहे हैं. यह स्थिति करीब दो माह से है. सबसे ज्यादा ग्रामीण इलाकों की सड़कें प्रभावित हुई हैं.
क्यों नहीं मिल रहा बालू : जानकारी के मुताबिक यहां बालू उठाव का टेंडर अभी तक फाइनल नहीं हुआ है. दो-तीन बार टेंडर निकाले गये है, पर ठेकेदार तय नहीं हो पाया है. हर बार टेंडर रद्द हो गया. ऐसी स्थिति में बालू का उठाव बिल्कुल नहीं हो रहा है. कुछ ठेकेदारों के पास बालू का स्टॉक था, लेकिन वह भी खत्म हो गया है. इसके पूर्व बरसात की वजह से बालू का उठाव नहीं हो रहा था. किसी तरह इधर-उधर से घरों के निर्माण के लिए थोड़ा बहुत बालू मिल रहा है, पर सड़कों के निर्माण के लिए बालू बिल्कुल नहीं मिल रहा है.
समय से पीछे हो जायेंगी योजनाएं : सारी योजनाएं तय समय से पीछे चली जायेंगी. लंबे समय तक बारिश होने की वजह से काम प्रभावित रहा. बरसात की वजह से मेटेरियल नहीं मिल रहे थे. बरसात के बाद बालू की समस्या उत्पन्न हो गयी है. ऐसी स्थिति में दो-तीन माह कुछ काम नहीं हुआ. बरसात के बाद काम में तेजी आती, पर बालू के कारण सभी काम बंद कर बैठे हैं.