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शहीद की मट्टिी पाकर निहाल हुआ झारखंड

शहीद की मिट्टी पाकर निहाल हुआ झारखंड फ्लैग हेड : 44 वर्ष बाद झारखंड की धरती पर लायी गयी शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि स्थल की पवित्र मिट्टी ऐसे काम करती है हमारी सेना 25 नवंबर को बलमदीना एक्का ने अपने शहीद पति अलबर्ट एक्का की समाधि स्थल की पवित्र मिट्टी की इच्छा जतायी और […]

शहीद की मिट्टी पाकर निहाल हुआ झारखंड फ्लैग हेड : 44 वर्ष बाद झारखंड की धरती पर लायी गयी शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि स्थल की पवित्र मिट्टी ऐसे काम करती है हमारी सेना 25 नवंबर को बलमदीना एक्का ने अपने शहीद पति अलबर्ट एक्का की समाधि स्थल की पवित्र मिट्टी की इच्छा जतायी और चार दिन में पहुंच गयी पवित्र मिट्टीशहीद परिवार के अरमान पूरा करने में झारखंड के साथ-साथ त्रिपुरा सरकार ने दिखायी गंभीरता, वीर सपूत के शहीदी से सनी मिट्टी हुई नसीब त्रिपुरा के राज्यपाल ने भी दिलाया था भरोसा, सामाजिक कार्यकर्ता और भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ ने किया प्रयासब्यूरो प्रमुख, रांचीझारखंड के वीर सपूत परवीर चक्र विजेता अलबर्ट एक्का की पवित्र मिट्टी 30 नवंबर को रांची पहुंची़ 44 वर्ष बाद 1971 के भारत-पाक युद्ध के नायक अलबर्ट एक्का के शहीदी से सनी मिट्टी झारखंड को नसीब हुआ़ झारखंड अपने लाल के मिट्टी के लिए तरस रहा था़ अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का ने जब अपने शुभचिंतकों से कहा : हमर पति के अस्थि या माटी भी हमर पास लाइन देवंय, ताकि उकर दर्शन कइर के हम चैन से मइर सकब़ बलमदीना की इस भावनात्मक शब्दों के साथ जैसे पूरे झारखंड की संवेदना और इच्छा जुड़ गयी़ जैसे पूरा झारखंड अपने शहीद की मिट्टी का दर्शन करना चाहता हो. तीन दिसंबर काे है पुण्यतिथि 3 दिसंबर को अलबर्ट एक्का दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हुए थे़ उनकी पुण्यतिथि तीन दिन बाद है़ ऐसी पवित्र घड़ी में बलमदीना की इच्छा पूरा हुई है. झारखंड आज अपने सपूत की मिट्टी पा कर रोमांचित है़ झारखंड के हीरो की यादें आज हमारे साथ है़ 25 नवंबर को बलमदीना ने पवित्र मिट्टी के दर्शन की इच्छा जतायी थी़ आज वह पवित्र मिट्टी हम तक पहुंच गयी़ है यह है हमारे सेना के काम करने का तरीका़ पूरी शिद्दत के साथ हर मिशन को पूरा करते है़ं दो दिनों के अंदर ही सेना ने लायंस नायक की समाधि को खोज कर मिट्टी झारखंड भेजने का प्रबंध किया़ त्रिपुरा के राज्यपाल ने भी अपने संवेदना दिखायी़ पूरा झारखंड आज ऐसे प्रयास करनेवालों के प्रति कृतज्ञ है़ शहीद परिवार के अरमान पूरा करने के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद दे रहा है़ बलमदीना की इच्छा का आवाज बना प्रभात खबर प्रभात खबर ने बलमदीना की इच्छा को आवाज दी और पूरी प्रमुखता से खबर छापी़ सामाजिक कार्यकर्ता रतन तिर्की ने भी अहम भूमिका निभायी़ बलमदीना के शुभचिंतक मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिले़ सरकार के स्तर पर भी तत्परता दिखायी गयी़ सरकार ने तुरंत पवित्र मिट्टी लाने और अलबर्ट एक्का की समाधि का पता लगाने के लिए टीम बनायी़ इधर, सरकार तत्परता के साथ बलमदीना की इच्छा पूरा करने में लगी थी, उधर प्रभात खबर भी अपनी संवेदनाओं के साथ अमर शहीद की समाधि का पता लगा रहा था़ प्रभात खबर ने लांस नायक अलबर्ट एक्का का महान समाधि स्थल खोज निकाला. वर्ष 1971 में लड़ाई का नेतृत्व कर रहे 14 गाडर्स के कंपनी कमांडर ओपी कोहली से बात की़ ओपी कोहली ने बताया कि अगरतला में अमर शहीद काे दफनाया गया था़ त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय ने भी भरोसा दिलाया कि बलमदीना की इच्छा पूरी करने का वह प्रयास करेंगे़ अलबर्ट एक्का की पवित्र मिट्टी झारखंड भेजी जायेगी़ खबर छपने के साथ ही भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ के अनिरुद्ध सिंह ने भी प्रयास शुरू कर दिया. श्री सिंह ने 14 गार्ड के जेनरल माधवेंद्र सिंह से संपर्क साधा और अगरतला के दुलमी गांव में अलबर्ट एक्का की समाधि का पता चलते ही उसकी मिट्टी लाने का प्रबंध किया़ इस काम में बीएसएफ ने भी अपनी भूमिका निभायी़ क्या है घटनाक्रम25 नवंबर को बलमदीना एक्का ने पवित्र मिट्टी हासिल करने की इच्छा जतायी, प्रभात खबर ने प्रमुखता से 26 नवंबर की अंक में इस खबर को जगह दी.प्रभात खबर ने अगरतला में नायक अलबर्ट एक्का को दफनाये जाने की जानकारी दी़ राज्यपाल ने भी पवित्र मिट्टी झारखंड भेजे जाने की बात की़ भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ के सचिव अनुरुद्ध सिंह ने 14 गाडर्स के जेनरल माधवेंद्र सिंह से बात की़ सेना के माधवेंद्र ने बीएसएफ के सीमांत जेबी डीआइजी सागवान से बात की़ बीएसएफ ने पता लगाया कि दक्षिण अगरतला के दुलकी गांव में 12 शहीदों की समाधि है़ जिसमें तीन झारखंड के है़ं पूर्व सैनिक कल्याण संघ ने माधवेंद्र सिंह से शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि की पवित्र मिट्टी की मांग की़ अगरतला में बीएसएफ मुख्यालय में कार्यरत हेड कांस्टेबल जनार्दन कुमार पवित्र मिट्टी लेकर रांची रवाना हुए़ कांस्टेबल जनार्दन कुमार 30 नवंबर की सुबह हावड़ा-हटिया ट्रेन से रांची पहुंचे़पूर्व सैनिक कल्याण संघ के अनिरुद्ध सिंह को पवित्र मिट्टी सौंपी़देर शाम पूर्व सैनिक कल्याण संघ ने पवित्र मिट्टी सीएम रघुवर दास को सौंपी़ तीन दिसंबर को शहीद मेला के अवसर पर अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का को मिट्टी सौंपी जायेगी़ 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बैटल ऑफ हिली में अदम्य साहस का परिचय देनेवाले वीरगति को प्राप्त हुए.बैटल ऑफ हिली के कमांडर ओपी कोहली दो दिसंबर की रात व तीन दिसंबर की सुबह वर्ष 1971 में गंगासागर रेलवे स्टेशन (फिलहाल बांग्लादेश) में थे. त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय ने अलबर्ट एक्का की अस्थि की खोज के संबंध में हर संभव मदद करने की बात कही थी़ बीएसएफ के हेड कांस्टेबल जनार्दन कुमार अगरतला से मिट्टी लेकर आये़ समाधि स्थल दक्षिणी अगरतला से 15 किमी दूर दुलकी गांव में है़

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