रांची: रांची में क्राइम कंट्रोल को लेकर डीजीपी ने गंभीरता बरती है. उन्होंने रांची पुलिस के सीनियर अफसरों व थानेदारों से कहा है कि किसी भी हाल में लापरवाही बरदाश्त नहीं की जायेगी. डीजीपी ने कहा: यह मत समझिये कि घटना होने पर सिर्फ इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई होगी. डीएसपी-एसपी से भी पूछा जायेगा. क्राइम बढ़ने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी तय होगी. डीजीपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद को गोली मारने की घटना व्यवस्था में कमी है. खामियों को जानने की कोशिश की जा रही है. खामियों को दूर करना होगा. एक थाना क्षेत्र में क्राइम होने पर दूसरे थाना के प्रभारी भी जांच में सहयोग करेंगे.
वहीं पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एडीजी अभियान एसएन प्रधान ने बताया कि क्राइम कंट्रोल के लिए कई फैसले लिये गये हैं. शहर के सभी थानों के मुंशी को हटाने का आदेश दिया गया है. उनकी जगह पर महिला पुलिस को मुंशी की जगह पर पदस्थापित करने का आदेश दिया गया है. रांची में घटना होने पर अब तीन टीमें एक साथ पहुंचेगी. थाने की पुलिस के अलावा सीआइडी और एफएसएल की टीम घटनास्थल पर जाकर जांच शुरु करेगी. बड़े अपराधियो को पकड़ने के लिए अलग से स्वतंत्र टीम का गठन किया जायेगा. टीम को पैसा और संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे. वह स्वतंत्र रूप से कहीं भी जायेंगे और अपराधियों को गिरफ्तार करेंगे. एडीजी ने बताया कि कुछ थानों में पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की कमी है, जिसे दूर करना होगा. अगले 20 दिन के भीतर रांची पुलिस को 40 पीसीआर वाहन उपलब्ध कराये जायेंगे. रांची पुलिस ने पुलिसकर्मी व चालक की कमी बतायी है.
पीसीआर वाहनों को पुलिस मुख्यालय तीन पालियों में चालक व पुलिसकर्मी उपलब्ध करायेंगे. बैठक में एक इंस्पेक्टर ने कहा कि थाना के दारोगा उनकी नहीं सुनते हैं, इस पर डीजीपी ने कहा कि आप रिपोर्ट कीजिये. बैठक में एडीजी अभियान एसएन प्रधान, एडीजी स्पेशल ब्रांच अनुराग गुप्ता, एडीजी मुख्यालय अजय भटनागर, आइजी सीआइडी संपत मीणा, एसएसपी प्रभात कुमार, सीआइडी के एसपी अमोल वेणुकांत, एसपी नरेंद्र कुमार सिंह, ग्रामीण एसपी आरके लकड़ा, सिटी एसपी जया राय, ट्रैफिक एसपी मनोज रतन चौथे, शहर के सभी डीएसपी, सभी इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी उपस्थित थे.
हंसे नहीं, संवेदनशील बने
समरेंद्र प्रसाद को गोली मारने की घटना के बाद एसएसपी ने राजधानी के पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. एक टीवी चैनल ने समाचार संकलन के दौरान बैठक की रिकॉर्डिंग की थी. समाचार में बैठक के दौरान वीडियो में कुछ पदाधिकारी हंसते दिख रहे थे. थानेदारों के साथ बैठक में डीजीपी डीके पांडेय ने इस प्रकरण का जिक्र करते हुए बताया कि मीटिंग में इस तरह हंसने से आम लोगों के बीच गलत संदेश जाता है. पुलिस पदाधिकारी संवेदनशील बनें.
मुख्य बातें
सीआइडी ने पांच आपराधिक गिरोहों के 65 सक्रिय अपराधियों की सूची रांची पुलिस को दी
बीट सिस्टम को ठीक करने, टाइगर, पैंथर मोबाइल व पीसीआर वैन करे टारगेट बेस्ड पुलिसिंग
सीआइडी ने उन स्थानों की जानकारी दी, जहां पर अधिक अपराध हो रहे हैं
डीजीपी ने कहा कि अपराध पर अंकुश लगाना जरूरी, टीम वर्क के साथ काम करें
सीसीए के तहत अपराधियों को जिला बदर करने की कार्रवाई हो.