महालेखाकार द्वारा सितंबर माह तक सरकार के बजट अनुमान और वास्तविक स्थिति का आकलन करने का बाद इन तथ्यों के उल्लेख किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष के दौरान सरकार ने सभी स्रोतों से कुल 55492.96 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान किया था.
इसमें टैक्स के रूप में 26701.06 करोड़, नन टैक्स के रूप में 6304.13 करोड़, केंद्रीय सहायता व अनुदान के रूप मे 15022.12 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान किया गया था. सरकार के इस बजट अनुमान के मुकाबले टैक्स राजस्व के रूप में 11470.71 करोड़ रुपये मिले हैं, जो लक्ष्य का 35.77 प्रतिशत है. निबंधन से अनुमान का 36.61 प्रतिशत, भू राजस्व से 21.59 प्रतिशत व उत्पाद से 32.29 प्रतिशत राजस्व मिल पाया है. सरकार ने बाजार से 7416 करोड़ रुपये कर्ज लेने का लक्ष्य तय किया था. इसके मुकाबले 500.39 करोड़ रुपये कर्ज लिया गया है. बजट में विकास योजनाओं के लिए केंद्रीय सहायता व अनुदान के रूप में 15022.12 करोड़ रुपये मिलने के अनुमान के मुकाबले 3558.20 करोड़ रुपये ही मिले हैं. सितंबर तक सरकार ने गैर योजना मद में 8880.22 करोड़ रुपये खर्च किया था. इसी अवधि तक सरकार ने विकास योजनाओं पर 7743.83 करोड़ रुपये खर्च किये थे. यह विकास योजनाओं पर खर्च के लिए निर्धारित लक्ष्य का 25 प्रतिशत है.