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बैठक: सांसदों व अफसरों ने आदर्श ग्राम की स्थिति पर किया मंथन, काम पूरा न होने पर नाराज हुए

रांची : सांसद आदर्श ग्राम को लेकर राज्य के सांसदों व अफसरों ने सोमवार को यहां प्रोजेक्ट भवन सभागार में मंथन किया. इस दौरान सांसदों ने आदर्श ग्राम के विकास का मुद्दा उठाया. साथ ही कार्यों के प्रति नाराजगी व्यक्त की. सांसदों ने कहा कि गांवों में अपेक्षाकृत विकास नहीं हो पा रहा है, जिससे […]

रांची : सांसद आदर्श ग्राम को लेकर राज्य के सांसदों व अफसरों ने सोमवार को यहां प्रोजेक्ट भवन सभागार में मंथन किया. इस दौरान सांसदों ने आदर्श ग्राम के विकास का मुद्दा उठाया. साथ ही कार्यों के प्रति नाराजगी व्यक्त की. सांसदों ने कहा कि गांवों में अपेक्षाकृत विकास नहीं हो पा रहा है, जिससे कि यह कहा जाये कि ये आदर्श ग्राम हैं.

यहां तक राज्य सरकार के स्तर पर सहयोग नहीं मिलने की भी बातें कही. सांसद पीएन सिंह ने कहा कि 10 माह गुजर गये हैं, पर स्पष्ट नहीं है कि आदर्श ग्राम में कैसे काम होगा. अब समय आ गया है कि अगले साल के लिए आदर्श ग्राम का चयन हो. मौके पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, प्रधान सचिव एनएन सिन्हा सहित सारे विभागों के सचिव उपस्थित थे. यहां पर हर सांसद द्वारा अनुशंसित ग्रामों की समीक्षा हुई. वीडीअो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उन ग्रामों के संबंध में उपायुक्त से रिपोर्ट ली गयी. साथ ही उन्हें आवश्यक निर्देश दिये गये.

इस दौरान सांसद परिमल नथवानी, प्रदीप बलमुचू, प्रेमचंद गुप्ता सहित अन्य सांसदों द्वारा अनुशंसा की गयी आदर्श ग्राम की स्थिति की भी समीक्षा की गयी. इन सांसदों के प्रतिनिधि मौके पर उपस्थित थे.
धरातल पर जल्द उतारेंगे योजनाएं : नीलकंठ
मौके पर मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सांसदों की प्राथमिकता पर काम होगा. जिन योजनाअों की अनुशंसा की गयी है, उसे धरातल पर जल्द उतारेंगे. उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम में योजना के लिए राशि की व्यवस्था हर हाल में करें. उन्होंने कहा कि योजनाअों का डीपीआर बनाने में इतना समय नहीं लगना चाहिए था. उन्होंने साहेबगंज के अफसरों द्वारा पेश की जा रही है रिपोर्ट पर कहा कि उनकी गति ठीक नहीं है. मंत्री ने कहा कि यह बैठक अब हमेशा होगी.
सारे काम पंचायत समिति से हुए : पीएन सिंह
सासंद पीएन सिंह ने कहा कि उनके द्वारा अनुशंसित धनबाद के रतनपुर में सारा काम पंचायत समिति से हुआ है. बिना पंचायत समिति के कुछ हुआ ही नहीं है, तो विभाग का क्या मतलब है? मुखिया ही हमारे मालिक हैं. वो जो चाहेंगे, वही योजना ली जायेगी. आदर्श ग्राम में अब भी बांस पर बिजली के तार लटके हैं. राज्य सरकार की इसमें क्या भूमिका है. उन्होंने कहा कि इस गांव में शौचालय के अलावा कुछ काम शुरू नहीं हुआ है.
कोई काम नहीं हुआ, ना ही समन्वय : बीडी राम
सांसद बीडी राम ने कहा कि पाटन के किशुनपुर में कोई काम नहीं हुआ है. ना ही कोई कॉर्डिनेशन है. उन्होंने अफसरों के प्रति नाराजगी व्यक्त की. बताया कि 120 में से 82 योजनाअों पर काम शुरू हुआ है. एक भी पीसीसी रोड स्वीकृत नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि वन विभाग के अफसरों की लड़ाई में उनके क्षेत्र में पैसा लौट गया है. स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य मामले भी उठाये, जिस पर काम नहीं हुआ.
सारी योजनाएं धरातल पर उतरे : रवींद्र राय
सांसद रवींद्र राय ने कहा कि आदर्श ग्राम तभी बनेगा, जब काम सही तरीके से हो. पेयजल, सड़क,बिजली से लेकर सारी योजनाएं धरातल पर उतरे. उनके द्वारा गिरिडीह में धनवार के गादी ग्राम पंचायत को चुना गया है. सांसद ने कहा कि कई अनुशंसित योजनाअों को स्वीकृति नहीं मिल सकी है. वहां के लिए 126 योजनाएं स्वीकृत की गयी हैं. गिरिडीह के डीसी से इस संबंध में पूरी जानकारी ली गयी.
गांव जाना तक छोड़ दिया है : विजय हांसदा
सांसद विजय हांसदा ने तो यहां तक कह दिया कि उन्होंने गांव जाना छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि साहेबगंज के तालझरी में कोई काम नहीं हो रहा है. वहां बुरी स्थिति है. सांसद ने वहां के अफसरों से पूछा कि क्या आप तालझरी गये हैं? उन्होंने कहा कि बिजली के लिए भी प्रस्ताव दिया है, पर कुछ नहीं हुआ. उनकी बातों पर प्रधान सचिव एनएन सिन्हा ने वहां के डीडीसी से कहा कि तत्काल सारी योजनाअों को स्वीकृत करायें और काम करायें.
रोड व िबजली प्राथमिकता होनी चािहए : रामटहल
सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि उन्होंने नामकुम के हहाप को आदर्श ग्राम बनाने के लिए अनुशंसा की है. पर इसकी सड़क एकदम खत्म है. रोड व बिजली प्राथमिकता होनी चाहिए, पर यह काम भी नहीं हुआ. पोल व बिजली के तार तक गांव में नहीं पहुंचे हैं. गांवों में मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी है. इसके लिए कौन जिम्मेवार है? इस पर बिजली के अफसरों ने कहा कि गांव में विद्युतीकरण का काम किया जा रहा है.
सरकार के स्तर पर सहयोग जरूरी : सुनील
सांसद सुनील कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के स्तर पर सहयोग नहीं मिल रहा है. ऐसे में आदर्श ग्राम के लिए सहयोग जरूरी है. उन्होंने कहा कि 56 में से 16 योजनाअों पर काम चल रहा है. जिला परिषद, ग्रामीण कार्य विभाग ने बढ़िया काम किया है. महीना में एक बार जरूर से मॉनीटरिंग हो. अगर सचिव न रह सकें, तो अपने विभाग के किसी सक्षम अधिकारी को बैठक में भेजें. योजना लटके नहीं.

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