रांची: झारखंड में 21 लौह अयस्क खदानों के लीज नवीकरण के मामले में मुख्यमंत्री ने पुनर्विचार का निर्देश दिया है. सीएम ने इससे संबंधित फाइल खान विभाग को वापस कर दी है. पिछले कई दिनों से यह फाइल सीएम के यहां थी.
विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने सभी 21 खदानों के लीज नवीकरण से इनकार करते हुए लीज रद्द करने की अनुशंसा की थी. इस पर सीएम से अंतिम रूप से निर्देश की मांग करते हुए संचिका सीएम के यहां भेज दी गयी थी. फिलहाल यह संचिका एक बार फिर खान विभाग के पास आ गयी है.
क्या है मामला
21 नन कैप्टिव लौह अयस्क खदानों के लीज नवीकरण का मामला सरकार के स्तर पर लंबित है. इसके चलते इन खदानों से लौह अयस्क की खुदाई बंद है. सरकार ने इन खदानों पर लीज की शर्तों के अनुपालन की जांच करायी थी. इसमें प सिंहभूम उपायुक्त की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने लीज की शर्तों का उल्लंघन पाया और लीज रद्द करने की अनुशंसा की. फिर खान विभाग ने अपने स्तर से अपर निदेशक से जांच करायी. अपर निदेशक ने भी लीज रद्द करने की अनुशंसा की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी. कमेटी में वन सचिव, खान सचिव, योजना सह वित्त विभाग के सचिव सदस्य थे.
कमेटी ने भी लीज रद्द करने की अनुशंसा करते हुए संचिका मुख्यमंत्री के पास भेज दी. हालांकि कंपनियों का पक्ष था कि एक-एक कर पट्टेधारियों की सुनवाई की जानी चाहिए. इसके बाद ही लीज रद्द करने का निर्णय होना चाहिए. इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस पर पुनर्विचार का निर्देश दिया है. खान विभाग के सूत्रों ने बताया कि अगले सप्ताह तक खान विभाग अंतिम निर्णय लेकर संचिका मुख्यमंत्री के पास भेज देगा.