रांची: सीबीएसई ने 10वीं व 12वीं कक्षा के छात्रों को समस्या समाधान आधारित मूल्यांकन (पीएसए) में बेहतर प्रदर्शन के लिए एक और मौका देने का निर्णय लिया है. बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक ने इस बारे में बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों को पत्र भेज कर पीएसए में प्रदर्शन बेहतर करने को इच्छुक छात्रों का ब्योरा भेजने को कहा है. पीएसए के तहत जीवन से जुड़ी विभिन्न परिस्थितियों में छात्रों की तार्किक क्षमता, पाठ की विवेचना की क्षमता और हाई-ऑर्डर थिंकिंग स्किल्स को परखा जाता है.
अधिकारी के अनुसार बोर्ड को मिली जानकारी के अनुसार पीएसए के संबंध में शैक्षणिक सत्र 2013-14 के 10 वीं व 12 वीं कक्षा के छात्रों का ऑनलाइन ब्योरा भेजते समय कई स्कूल यह जानकारी देना भूल गये कि इन कक्षाओं में पीएसए में कौन-कौन छात्र प्रदर्शन बेहतर करने को इच्छुक है. अधिकारी ने कहा कि बोर्ड ने ऐसे सारे छात्रों को प्रदर्शन बेहतर करने का एक और मौका देने का निर्णय किया है.
उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों के लिए बोर्ड ने 18 जनवरी 2014 को पीएसए आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में स्कूल 15 नवंबर 2013 तक ब्योरा भेज सकते हैं. सीबीएसइ के पीएसएस की गणना फार्मेटिव असेसमेंट के तहत की जायेगी. यह 9 वीं कक्षा के मूल्यांकन के कुल अंक का दस प्रतिशत होगा.
मालूम हो कि 9 वीं कक्षा में यह शैक्षणिक सत्र 2012-13 से लागू है, जबकि 10 वीं कक्षा के लिए यह शैक्षणिक सत्र 2013-14 से लागू होगा. पत्र में कहा गया है कि अगर 10 वीं एवं 12 वीं कक्षा के छात्र पीएसए में अपना प्रदर्शन बेहतर बनाना चाहते हैं, तो ऐसे छात्रों का ब्योरा भेजा जाय. इस संदर्भ में प्रति छात्र 100 रुपये भुगतान करना होगा.