रांची: हजारीबाग जिला में फसल बीमा योजना में हुए घोटाले में शनिवार को निगरानी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उनमें पूर्व पैक्स अध्यक्ष उमेश कुमार यादव, गोपाल कृष्ण यादव (तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी बड़कगांव) योगेंद्र पोद्दार (प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी) रवि शंकर पांडेय (जिला सहकारिता पदाधिकारी) और उमेश कुमार (शाखा प्रबंधक, सहकारिता बैंक बड़कागांव) शामिल हैं.
मामले से संबंधित शिकायत लोकायुक्त के पास नंदकिशोर महतो ने की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि वर्ष 2009 में हजारीबाग में फसल बीमा योजना का लाभ देने के नाम पर गड़बड़ी हुई है. इसके बाद लोकायुक्त के निर्देश पर पूरी मामले की जांच हुई.
जांच में पाया गया कि सरकार ने फसल बीमा करने की निर्धारित राशि प्रति एकड़ के हिसाब से 99 रुपये निर्धारित की थी, लेकिन उमेश यादव ने फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने के नाम पर कई लोगों ने 110 रुपये प्रति एकड़ से हिसाब से लिये, लेकिन किसी भी व्यक्ति को लिये गये रुपये से संबंधित रसीद नहीं दी. वहीं लिये गये रुपये के संबंध में कहीं इंट्री नहीं हुई. इस वजह से कई लोगों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिला.
दूसरी ओर उमेश यादव ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 57 एकड़ जमीन का फसल बीमा करवा कर लाभ ले लिया, जबकि जांच में पाया गया कि उमेश यादव के पास सिर्फ 7.5 एकड़ जमीन थी. नाबालिग पुत्र- पुत्रियों के नाम पर फसल बीमा कराना भी अवैध है. जांच में यह मामला भी सामने आया, कि इसकी शिकायत पूर्व में लोगों ने तत्कालीन अधिकारियों के पास की थी, लेकिन अधिकारियों ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.