रांची: झारखंड में विभिन्न योजनाओं की मॉनिटरिंग (अनुश्रवण) व मूल्यांकन (इवैल्यूएशन) को लेकर नेपाल हाउस स्थित योजना व विकास विभाग में बैठक हुई. अध्यक्षता विभाग के प्रधान सचिव डीके तिवारी ने की.
बैठक में वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञों ने भाग लिया. इस मौके पर कई सुझाव दिये गये. तय किया गया कि योजनाओं को लागू करने सहित इसकी मॉनिटरिंग व मूल्यांकन के लिए छत्तीसगढ़ व कर्नाटक मॉडल का सहारा लिया जायेगा. वहां के विशेषज्ञ झारखंड आमंत्रित किये जायेंगे. जरूरत पड़ी, तो झारखंड से भी लोग वहां जायेंगे. इससे पहले वर्ल्ड बैंक के पदाधिकारी छत्तीसगढ़ मॉडल का प्रेजेंटेशन भी देंगे. यह काम अगले महीने होनेवाली बैठक में होगा.
इससे पहले पेयजल व स्वच्छता, कृषि व गन्ना विकास, उद्योग, स्वास्थ्य, जल संसाधन, कल्याण, पंचायती राज व मानव संसाधन विभाग के उप निदेशक (योजना) व नोडल पदाधिकारियों (योजना व अनुश्रवण) के साथ भी चर्चा हुई. बैठक में वर्ल्ड बैंक की रजनी खन्ना व उनके प्रतिनिधियों के अलावा विभागीय अधिकारियों डीके सक्सेना, केके सिन्हा व अन्य ने भाग लिया.
जो सुझाव दिये गये
विभिन्न विभागों व योजनाओं से संबंधित आंकड़े और विश्वसनीय बनाये जायें.
योजना व विकास विभाग में समर्थ व विजन वाले लोग हों.
योजनाएं सिर्फ असली जरूरत व आर्थिक स्थिति के आधार पर बने.