रांची : वर्द्धमान-हटिया ट्रेन से 20 अगस्त को कथित विस्फोटक के साथ गिरफ्तार इंतेजार अली के मामले में अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) ने सोमवार को अदालत में केस डायरी सौंप दी़ केस डायरी में सीआइडी ने कहा है कि अब तक के अनुसंधान में इंतेजार अली के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला है़ सूत्रों के अनुसार, सीआइडी ने मामले से जुड़े हर पहलू की जांच की. पर उसे कोई साक्ष्य नहीं मिला़ इंतेजार अली ने अपने बयान में जो भी बातें कही थी, जांच में सभी सच साबित हुईं. मामले की जांच कर रहे सीआइडी से कोर्ट ने केस डायरी की मांग की थी़ 15 अक्तूबर को सुनवाई होनी है़.
कई तरह से जांच की सीआइडी की टीम : सीआइडी की टीम ने जांच के क्रम में सबसे पहले बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद इंतेजार अली का बयान लिया़ इसके बाद झालदा गयी. झालदा में भी जांच के क्रम में इंतेजार अली द्वारा बतायी गयी बातें सच निकली़ वह 20 अगस्त को मेडिकल कैंप में मौजूद थे. इस बात की पुष्टि मेडिकल कैंप लगानेवाले एनजीओ के लोगों ने भी की. सीआइडी को इंतेजार अली ने अपने बारे में जो भी जानकारी दी थी, वह सही पायी गयी़ सीआइडी ने उसके पास से बरामद मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर), घर से जब्त कंप्यूटर, दोस्त, रिश्तेदार आदि की भी जांच की. पर कहीं से भी यह नहीं पता चला कि उसकी गतिविधि कभी संदिग्ध रही है.
53 दिनों से जेल में बंद है इंतेजार अली: हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र निवासी इंतेजार अली पिछले 53 दिनों से जेल में बंद है़ पेशे से वह रूरल मेडिकल प्रैक्टिशनर है़ 20 अगस्त को आर्मी इंटेलिजेंस, रांची पुलिस और जीआरपी ने कीता स्टेशन पर वर्द्धमान-हटिया ट्रेन में सीट के नीचे से कथित विस्फोटक बरामद किया था. पुलिस ने मुखबिर के इशारे पर सीट पर बैठे इंतेजार अली को गिरफ्तार कर लिया गया था. इंतेजार अली के खिलाफ रांची जीआरपी थाने में मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया.