रांची: सरकार के पास संसाधनों की कमी नहीं है. इन संसाधनों को सिर्फ चैनलाइज करने की जरूरत है. इस काम में केजीवीके जैसे संगठन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. उक्त बातें कृषि विभाग के निदेशक केके सोन ने कहीं. श्री सोन ने गुरुवार को केजीवीके रूक्का का दौरा कर वहां के कार्यो की जानकारी प्राप्त की.
केजीवीके कर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस गांव में भी केजीवीके की उपस्थिति है. यदि वहां के बच्चे तथा बूढ़े स्वस्थ्य हैं, उन्हें भरपेट भोजन मिल रहा है तो यह आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी़ ग्रामीण लोगों को कुपोषण से बचाने के लिए केजीवीके जैसे केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने शिक्षा व क्षमता विकास पर जोर देते हुए कहा कि शुरुआती दौर से ही ट्रेनिंग देने की जरूरत है. इससे काम करने की क्षमता बढ़ेगी और युवा दूसरों को काम के लिए प्रेरित करेंगे. उन्होंने केजीवीके को कृषि के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया. कहा : जहां भी सरकार की मदद की जरूरत होगी, दी जायेगी.
मौके पर उपस्थित केजीवीके के प्रेसिडेंट बसंत कुमार झवर ने श्री सोन को गांव के संपूर्ण विकास से संबंधित टीवीएम व संपूर्ण ग्राम प्रबंधन की अवधारणा से भी अवगत कराया. उन्हें क्वालिटी सर्किल की महत्ता के बारे में भी बताया. इस मौके पर केजीवीके के वाइस प्रेसिडेंट बृजकिशोर झवर, निदेशक समीर लोहिया, सचिव अरविंद सहाय, संयुक्त सचिव केएल चौधरी, आरके त्रिपाठी सहित केजीवीके कर्मी मौजूद थे.