रांची: गुमला के बाद असामाजिक तत्वों ने मेदिनीनगर, रामगढ़ और भवनाथपुर में भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है. मेदिनीनगर में चैनपुर थाना क्षेत्र स्थित नेऊरा गांव के तालाब और रामगढ़ थाना क्षेत्र के चुनगा बांसडीह स्थित धार्मिक स्थल में मांस और हड्डी पाये जाने के बाद तनाव हो गया. नेऊरा में तालाब की सीढ़ी पर ही मांस और हड्डी फेंके गये थे. घटना से आक्रोशित एक गुट के लोगों ने सड़क जाम कर दी.
सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे. लोगों को समझा कर जाम हटाया. पुलिस ने दो महिलाओं को हिरासत में लिया है. बताया जाता है कि दोनों गुट के लोगों ने चैनपुर थाने में मामला दर्ज कराया है. दोनों गुट के लोगों का कहना है कि माहौल बिगाड़नेवालों की शिनाख्त होनी चाहिए. उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. रामगढ़ थाना क्षेत्र के चुनगा बांसडीह स्थित धार्मिक स्थल में भी इस तरह की घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने दोनों गुटों के साथ मिल कर बैठक की. इसके बाद गांव की स्थिति सामान्य हुई.
रामगढ़ का पोटमदगा पुलिस छावनी में तब्दील : उधर, रामगढ़ के दुलमी प्रखंड स्थित पोटमदगा में निर्माणाधीन धार्मिक स्थल में कटा हुआ मवेशी मिलने के बाद तनाव हो गया. लोगों ने इसकी सूचना रजरप्पा पुलिस को दी. पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर लोगों को शांत किया. इसके बाद कटे हुए मवेशी को हटाया गया. घटना को लेकर पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. डीएसपी अशोक कुमार ने बैठक में कहा कि असामाजिक तत्वों ने अशांति फैलाने के लिए इस तरह का घिनौना कार्य किया है. ऐसे लोगों को हिरासत में लेकर उन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
गढ़वा में थाना घेरा : गढ़वा के भवनाथपुर थाना क्षेत्र स्थित अरसली दक्षिणी पंचायत के केरवाडीह गांव में प्रतिमा विसजर्न को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया. आरोप है कि प्रतिमा विसजर्न के जुलूस को रोक कर कुछ लोगों ने महिलाओं के साथ र्दुव्यवहार किया. उन्हें गालियां दी और उनके सामान फेंक दिये. इस कारण विसजर्न जुलूस को लौटना पड़ा. घटना के बाद मुखिया की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने बैठक की. इसके बाद सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण भवनाथपुर थाना पहुंचे. थाने का घेराव किया. करीब दो घंटे बाद थाना प्रभारी के आश्वासन पर लोग वापस लौटे. बाद में पुलिस ने अपनी निगरानी में सुरक्षा के बीच प्रतिमा विसजिर्त करायी. नामजद प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया गया है.