मुंबई के बांद्रा-कुर्ला साइबर थाना में एक व्यवसायी ने 20.76 लाख रुपये की ठगी करने की शिकायत दर्ज करायी है, जिसमें कहा गया है कि ठगों के द्वारा उन्हें 50 हजार यूरो (करीब 51 लाख रुपये) देने का लालच दिया गया था. इसे पाने के लिए उन्होंने बैंक से लोन लिया था. जिसे चुकाने के लिए अपना फार्म हाउस बेचना पड़ा और कार को गिरवी रखना पड़ा.
इस मामले में भी आरोपी नाइजीरिया के नागरिक बताये जा रहे हैं. मुंबई पुलिस मामले को सुलझाने में लग गयी है. रांची और मुंबई की ठगी का मामला लगभग एक जैसा है. रांची के व्यवसायी से 80 लाख रुपये की ठगी हुई थी. इसमें पुलिस ने एक नाइजीरियन को गिरफ्तार कर रांची ले आयी है. इससे पहले नोयडा की एक लड़की से भी फेसबुक पर दोस्ती कर कथित अमेरिकी के द्वारा एक करोड़ रुपये का गिफ्ट देने का लालच देकर पांच लाख की ठगी की गयी थी.
आपत्तिजनक तसवीरें भेज कर अंतरंग संबंध बनाने का ऑफर भी दिया. जब व्यवसायी ने उसे बताया कि वह शादीशुदा है, तब लड़की ने अच्छे दोस्त बने रहने की बात कही. चैट के दौरान लड़की के द्वारा खुद को दुखी और पारिवारिक समस्या से घिरी युवती बताया जाता था. व्यवसायी उसे लगातार दिलासा देते थे. कुछ दिन बाद लड़की के द्वारा कहा गया कि उन्होंने उसे दुख से निकलने में मदद की है, इसिलए वह कुछ गिफ्ट भेज रही है. व्यवसायी ने चार बार तीन-तीन लाख रुपये का कस्टम ड्यूटी देकर एयरपोर्ट से कूरियर छुड़ाये. कुछ दिन बाद मार्क नाम के व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और बताया कि वह आरबीआइ से बोल रहे हैं. एकाउंट खोलने के लिए 1.65 लाख रुपये मांगे और बताया कि एकाउंट खोलने के बाद ही विदेशों से पैसा मंगाया जा सकता है. मार्क ने व्यवसायी को आरबीआइ का एटीएम कार्ड भी भेजा, साथ ही इंटरनेट बैंकिंग शुरू करने के नाम पर पांच लाख रुपये वसूले. व्यवसायी एटीएम कार्ड से सिर्फ 10 हजार रुपये ही निकाल पाये. उल्लेखनीय है कि आरबीआइ एटीएम कार्ड जारी नहीं करता है. इस वजह से पुलिस को आशंका है कि ठगी करनेवालों ने किसी बैंक के एटीएम कार्ड के चिप को आरबीआइ लिखा कार्ड में बदला होगा.