रांची: हमें स्वामी विवेकानंद के ज्ञान को आगे बढ़ाना है. लोगों को बताना होगा कि स्वतंत्र भारत का अर्थ क्या है. स्वामी जी के इस ज्ञान के आंदोलन को युवा अपने हाथों मे लें, तभी नये भारत का निर्माण होगा. इस कार्य में महिलाओं की भी सहभागिता जरूरी है.
यह बातें उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश टाटिया ने कही. वे गुरुवार को श्री रामकृष्ण मिशन आश्रम में आयोजित समारोह में लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश में बदलाव की आवश्यकता है. उन्होंने स्वामी विवेकानंद रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.
मुख्य न्यायाधीश ने श्री रामकृष्ण मिशन आश्रम के कार्यो की सराहना की और कहा कि इस रथ के माध्यम से लोगों तक स्वामी विवेकानंद के संदेशों को पहुंचाने का अच्छा माध्यम साबित होगा. यह रथ अपने लक्ष्य प्राप्ति तक न रुके. मौके पर श्री रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी शशांकानंद जी ने कहा कि इस रथ के माध्यम से स्वामी के विचारों का प्रचार-प्रसार होगा. आज समय आ गया है कि लोग आध्यात्मिकता की भूमिका में आयें. मौके पर विकास भारती के सचिव अशोक भगत, स्वामी माधवानंद मौजूद थे.
पांच राज्यों का भ्रमण करेगा रथ : यह रथ झारखंड के अलावा बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड व मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों का भ्रमण करेगा. रथ सबसे पहले डालटेनगंज के लिए निकलेगा. 13 जिलों का भ्रमण करने के बाद रथ 29 अप्रैल को रांची लौटेगा. इसके अलावा उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के दस-दस जिलों व बिहार के सात तथा उत्तराखंड के नौ जिलों में यह रथ भ्रमण करेगा. यह रथ दो से 10 मई तक इच्छुक विद्यालयों में भी घूमेगा.