मौके पर सीनियर कंसल्टेंट क्यूएसी एनएचआरसी डॉ परमिंदर गौतम ने कहा कि कायाकल्प एक सोच है, जिसके द्वारा व्यवस्था को दुरुस्त करना है. इस अभियान के तहत स्वच्छ अस्पताल की व्यवस्था होने पर अस्पताल को स्कोरिंग द्वारा चयनित किया जायेगा.
जिसमें प्रथम आने पर अस्पताल को 50 लाख रुपये व दूसरा स्थान पानेवाले अस्पताल को तीन लाख तथा अगले वर्ष सीएचसी व पीएचसी स्तर के अस्पताल को एक लाख का पुरस्कार दिया जायेगा. यह पुरस्कार नेशनल अवार्ड कमेटी भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जायेगा. श्री गौतम ने बताया कि चयन की प्रक्रिया जांच के आधार पर की जायेगी. इसकी जांच अभियान निदेशक व निदेशक प्रमुख द्वारा की जायेगी. अस्पताल का रख-रखाव, पानी की व्यवस्था, सपोर्ट सर्विस व हाइजिन प्रमोशन के कार्यों को ध्यान में रख कर स्काेरिंग किया जायेगा. कार्यशाला में डॉ राकेश दयाल, जिलों के सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, अस्पताल प्रबंधन के कुल 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.