रांची: पतरातू और तेनुघाट से उत्पादन शून्य होने के कारण शनिवार को पूरे राज्य में बिजली संकट उत्पन्न हो गया है. समाचार लिखे जाने तक उत्पादन शून्य है. उत्पादन में कमी आने के कारण सभी सब-स्टेशनों को लोड शेडिंग कर बिजली की आपूर्ति करने को कहा गया है. हटिया को 90 व नामकुम ग्रिड को मात्र 70 मेगावाट बिजली मिल रही थी. विभाग के अधिकारी का मानना है कि देर रात तेनुघाट से उत्पादन सामान्य हो जायेगा. पतरातू से दिन 11 बजे टय़ूब लिकेज के कारण एकमात्र इकाई संख्या से उत्पादन ठप हो गया. इस यूनिट से उत्पादन शुरू होने में एक से दो दिनों का वक्त लगेगा. वहीं, दूसरी ओर इकाई संख्या 10 से भी उत्पादन ठप है. इस यूनिट को रविवार को लाइटअप किया जायेगा. देर शाम इससे उत्पादन शुरू होने की संभावना है.
पिछले कुछ दिनों से तकनीकी खराबी के कारण बंद है. महाप्रबंधक विजय कुमार ने बताया कि इकाई संख्या 10 में कोयला जाने के कारण इकाई का बॉल मिल सिस्टम फेल हो गया था. इसे अब ठीक कर लिया गया है. इकाई संख्या 10 को छह अक्तूबर की सुबह लाइट अप करने की योजना है, जबकि इकाई संख्या चार को सात अक्तूबर को उत्पादन से जोड़ा जायेगा.
उधर तेनुघाट के यूनिट नंबर एक से शाम 7.50 बजे बॉल मिल में केबुल पंर कर जाने के कारण उत्पादन शून्य हो गया था. रात 8.50 बजे उक्त खराबी को दूर कर इस यूनिट को लाइटअप कर दिया गया. इस यूनिट से देर रात बिजली की आपूर्ति सामान्य होने की संभावना है. विभाग के जनसंपर्क निदेशक रमनी कांत सिन्हा ने कहा कि सेंट्रल सेक्टर से 605 मेगावाट व 80 मेगावाट ड्रावल कर बिजली की आपूर्ति की जा रही है. वहीं सिकिदरी से 120 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. उन्होंने कहा कि देर रात स्थिति सामान्य हो जायेगी.
उधर रांची के राजभवन सब-स्टेशन के सर्किट हाउस व अपर बाजार सहित अन्य फीडर से लाइन का मरम्मत किये जाने के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित थी. उधर कोकर शहरी सब-स्टेशन के उपभोक्ताओं ने कहा लाइन का मरम्मत किये जाने के कारण दिन में तय समय से अधिक देर तक बिजली की आपूर्ति बंद रही. उधर, रांची के कई इलाकों में दिन में स्थानीय खराबी को दूर करने के कारण उपभोक्ताओं को थोड़ी देर बिजली नहीं मिली. मोरहाबादी में सुबह से बिजली नहीं थी. शाम चार बजे के बाद बिजली आयी.