इधर, लक्ष्मी देवी की शिकायत है कि किरायेदार को वर्ष 2009 से ही घर खाली करने को कहा जा रहा है, पर वह सुन नहीं रहा, जबकि उसका अपना मकान किराये के घर से महज 200 मीटर दूर है. यही नहीं किराया छह हजार रुपये प्रति माह तय हुआ था, पर किरायेदार वर्ष 2011 से ही सिर्फ चार हजार रुपये प्रति माह किराया दे रहा था. गत छह माह से उसने किराया देना भी बंद कर दिया है. लक्ष्मी देवी बकाया किराया दिलाने तथा घर खाली कराने की मांग को लेकर आपके दरबार में गयी थीं.
वह पूछ रही हैं कि बगैर उनकी अनुमति के किरायेदार को छह माह का समय क्यों दिया गया. उनका किराया कब मिलेगा? इससे पहले वह स्थानीय थाने व महिला आयोग भी जा चुकी हैं. करीब 80 वर्षीय लक्ष्मी न्याय चाहती हैं. उनको आप पर पूरा भरोसा है.