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अपोलो हटा, अब मेदांता चलायेगा अस्पताल
अब्दुर्र रज्जाक अंसारी मेमोरियल विवर्स अस्पताल, इरबा राजीव पांडेय रांची : सदर अस्पताल को ठुकराने के बाद मेदांता मेडिसिटी (गुड़गांव) ने अब इरबा स्थित अब्दुर्र रज्जक अंसारी मेमोरियल विवर्स हॉस्पिटल के संचालन का फैसला लिया है. यह अस्पताल अब मेदांता एवं अब्दुर्र रज्जाक अंसारी मेमोरियल विवर्स अस्पताल के नाम से जाना जायेगा. विवर्स अस्पताल पहले […]
अब्दुर्र रज्जाक अंसारी मेमोरियल विवर्स अस्पताल, इरबा
राजीव पांडेय
रांची : सदर अस्पताल को ठुकराने के बाद मेदांता मेडिसिटी (गुड़गांव) ने अब इरबा स्थित अब्दुर्र रज्जक अंसारी मेमोरियल विवर्स हॉस्पिटल के संचालन का फैसला लिया है. यह अस्पताल अब मेदांता एवं अब्दुर्र रज्जाक अंसारी मेमोरियल विवर्स अस्पताल के नाम से जाना जायेगा. विवर्स अस्पताल पहले अपोलो ग्रुप से संबद्ध था.
पर 31 मई को अपोलो ग्रुप ने इस अस्पताल से अपनी संबद्धता समाप्त कर ली. बताया जाता है कि अस्पताल के संचालन के लिए अब्दुर्र रज्जक अंसारी मेमोरियल विवर्स हॉस्पिटल और मेदांता के बीच सहमति बन गयी है. मेदांता के नियमों पर यह अस्पताल खरा उतरा है.
मेदांता की तकनीकी टीम इस अस्पताल की आधारभूत संरचना का निरीक्षण कर रही है. टीम ने अपनी रिपोर्ट भी तैयार कर ली है. मेदांता मेडिसिटी 10 दिन बाद अब्दुर्र रज्जक अंसारी मेमोरियल विवर्स हॉस्पिटल को अपने नाम का प्रयोग करने की अनुमति भी दे देगा.
तीन महीने में मेदांता करने लगेगा संचालन : मेदांता तीन माह बाद पूरी तरह से इस अस्पताल का संचालन करने लगेगा. इसके लिए मेदांता के डॉक्टर और कर्मचारियों की टीम रांची आयेगी. इसी तीन माह के अंदर मेदांता अपने तरीके से अस्पताल की आधारभूत संरचना में भी बदलाव करेगा. जहां जरूरत होगी, नयी संरचना विकसित की जायेगी. सभी कमियों को दूर किया जायेगा. जानकारी के अनुसार, अस्पताल के विधिवत संचालन से पहले मेदांता के प्रमुख व देश के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ नरेश त्रेहन रांची आयेंगे. वह इसका निरीक्षण भी करेंगे.
लाभ में हिस्से पर सहमति बाकी
जानकारी के अनुसार, अब्दुर्र रज्जाक अंसारी मेमोरियल विवर्स हॉस्पिटल को मेदांता लाभ का 3% देना चाहता है. हालांकि विवर्स हॉस्पिटल ने 5} की मांग की है. इस पर सहमति बाकी है. सूत्रों की माने तो डॉ नरेश त्रेहन के भारत आने के बाद इस पर अंतिम फैसला होगा.
‘‘मेदांता के ड्यूटी डिलिजेंस में हमारा अस्पताल खरा उतरा है. हम अस्पताल को संचालन के लिए मेदांता को दे रहे हैं. 17 जून तक संचालन के लिए मेदांता से अधिकृत सहमति मिल जायेगी. लाभांश पर अभी बात चल रही है. यह कोई विवाद नहीं है.
सईद अहमद अंसारी
निदेशक, परियोजना, अब्दुर्र रज्जाक अंसारी मेमोरियल विवर्स हॉस्पिटल
सरकार के सामने होगी चुनौती
मेदांता मेडिसिटी के प्रमुख डॉ नरेश त्रेहन 22 मार्च को रांची आये थे. उन्होंने नवनिर्मित सदर अस्पताल और अब्दुर्र रज्जक अंसारी मेमोरियल विवर्स हॉस्पिटल का दौरा किया था. सरकार के स्तर पर मेदांता को सदर अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी देने की पहल की गयी थी. पर बाद में मेदांता ने इसे ठुकरा दिया. ऐसे में सदर अस्पताल का बेहतर संचालन करना सरकार के समक्ष बड़ी चुनौती होगी. अब सरकार ने खुद ही सदर अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी संभाली है.
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