रांची : पुलिस मुख्यालय ने शुक्रवार को दारोगा रैंक के 235 पुलिस पदाधिकारियों का तबादला किया, लेकिन इस तबादले से कनीय पुलिस पदाधिकारी नाराज हैं. कई ऐसे दारोगा का तबादला नक्सल प्रभावित जिले में किया गया, जो लगातार पांच साल तक नक्सल प्रभावित जिले में रह कर एक साल पहले ही आये थे.
कुछ ऐसे भी पदाधिकारी हैं, जो ए ग्रेड जिला में कई सालों से हैं, लेकिन उनका तबादला नहीं हुआ. जानकारी के मुताबिक रांची जिला बल के दारोगा सपन कुमार महथा पांच साल तक लातेहार में रहे. 15 माह पहले रांची आयें, उन्हें फिर से गढ़वा जिला भेजा गया.
रांची के ही दारोगा नरेंद्र कुमार सिन्हा चतरा में काम करते हुए 15 माह पहले आये, लेकिन फिर उन्हें गढ़वा भेजा गया. इसी तरह रतन कुमार सिंह चार साल तक एसटीएफ में रहे.
दो साल में ही उनका तबादला लातेहार कर दिया गया. दारोगा विनय कुमार का तबादला भी 15 माह में ही कर दिया गया, जबकि वह लातेहार में पांच साल तक काम करने का बाद रांची आये थे. धनबाद जिला बल के दारोगा सत्येंद्र सिंह का तबादला सिर्फ 14 माह में पाकुड़ किया गया है. वह चार साल हजारीबाग में रहने के बाद लगातार कोडरमा और पलामू में पदस्थापित रहे थे.
दारोगा त्रिभुवन प्रसाद शर्मा की नौकरी तीन-चार माह ही बची है. इनका तबादला पलामू जिला बल में किया गया है. दारोगा विजय कुमार का तबादला गोड्डा जिला में किया गया है. विजय कुमार एसटीएफ से तबादला होकर रांची आये थे. इससे पहले गुमला जिला में लंबे समय तक काम कर चुके हैं. ए ग्रेड के जिला जमशेदपुर में सिर्फ चार साल रहे.
– रांची जिला बल के दारोगा जगन्नाथ उरांव : छह साल से रांची में हैं. मांडर में थे, तब बाइक चोरों को संरक्षण देने के आरोप में सस्पेंड किये गये थे. इनका तबादला नहीं हुआ है.
– अक्षय कुमार राम : एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं. रांची में रहे, इसके बाद स्पेशल ब्रांच में रहे. इनका तबादला धनबाद जिला बल में किया गया है.
– रामदेव राम रवि : पांच साल तक धनबाद में रहे. लातेहार से आयें. इनका भी तबादला नहीं हुआ है.
एसोसिएशन को शिकायत नहीं
पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा है कि उन्हें तबादले से शिकायत नहीं है. जो नियम तय है, उसी के तहत तबादला हुआ है. मुख्यालय के स्तर से यह नियम बनाया गया है कि झारखंड गठन के बाद जो भी पुलिस पदाधिकारी सात साल से तक ए ग्रेड के जिले रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग या रामगढ़ में रह चुके हैं, उनका तबादला नक्सल प्रभावित जिला या अन्य जिला में किया जायेगा.
– ए, बी या सी ग्रेड के जिले में लगातार पदस्थापन, प्रशिक्षण, स्पेशल ब्रांच, सीआइडी, रेल व निगरानी में पदस्थापन, परफॉरमेंस एप्रेजल, इंटीग्रीटी असेसमेंट, बैटल कैजुअल्टी, उम्र, सेवानिवृत्ति की अवधि, गृह जिला, शारीरिक दक्षता