रांची: सामाजिक संरचना को बनाये रखने में हमारी भाषा-संस्कृति की अहम भूमिका है. हिंदी का प्रयोग सरलता के साथ किया जाना चाहिए, ताकि इसे और सरल बनाया जा सके. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को कार्मिक, प्रशासनिक सुधार राजभाषा विभाग की ओर से आयोजित हिंदी दिवस समारोह में कही. आयोजन झारखंड चिड़ियाघर प्राधिकरण सामुदायिक सभागार में हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदी राष्ट्रभाषा है और इसकी रक्षा और विकास करना हम सबका कर्तव्य है.
विशिष्ट अतिथि सुरेश पासवान ने कहा कि हिंदी सरल भाषा है. इसका प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए. इसे सरल और लोकप्रिय बनाने की जरूरत है. मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि कलिष्ट हिंदी की जगह सरल हिंदी का प्रयोग करें.
अंगरेजी का प्रयोग हमें जबरदस्ती नहीं करना चाहिए. स्वागत भाषण कार्मिक सचिव आदित्य स्वरूप ने दिया. मुख्यमंत्री के सलाहकार हिमांशु चौधरी, साहित्यकार महुआ मांझी सहित अन्य ने भी अपनी बातों को रखा. समारोह के दौरान अशोक प्रियदर्शी, डॉ विद्याभूषण, डॉ सुरिंदर कौर नीलम, डॉ नागेश्वर सिंह व महुआ मांझी को हिंदीसेवी सम्मान से सम्मानित किया गया. इसके अलावा अंजनी कुमार श्रीवास्तव,हरिनारायण राम को हिंदी सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया. संचालन चंद्रभूषण प्रसाद ने किया. इस अवसर पर कवि सम्मेलन सह मुशायरा का भी आयोजन किया गया.