रांचीः किसी भी संस्थान के लिए बेहतर शिक्षा का माहौल देना ही सर्वप्रथम प्राथमिकता होनी चाहिए. आइआइएम (रांची) नये संस्थानों में ब्रांड है. संस्थान के अंदर क्या हो रहा है, इसे नजरअंदाज करना चाहिए. क्योंकि, बच्चे मैनेजमेंट के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान के विद्यार्थी हैं. आइआइएम से पढ़ कर निकले छात्रों की पहचान भीड़ में भी अलग होती है. प्रो बीबी चक्रवर्ती ने बातचीत के दौरान कही.
उन्होंने कहा: आइआइएम (रांची) की पहचान अलग है. इसे बरकरार रखना चुनौती है. किसी भी संस्थान को बेहतर तरीके से चलाना ही उद्देश्य होना चाहिए. एक सवाल के जवाब में प्रो चक्रवर्ती ने कहा कि संस्थान के कर्मचारियों का क्या मुद्दा है यह तो बात करने पर ही पता चला पायेगा. प्रो चक्रवर्ती ने बताया कि रांची उनके लिए नया नहीं है. उनका कहना है कि वर्ष 2009 में आइआइएम रांची की नींव उन्होंने ही रखी थी.