रांची: केंद्र सरकार ने झारखंड के लिए पांच नये राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) बनाने पर सहमति दे दी है. इनमें से तीन संताल परगना इलाके में होंगे. सड़क निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होने की संभावना है. राज्य के कुल 13 एनएच में से पहले से केवल एक (एनएच-80) संताल परगना से गुजरता है. माना जा रहा है कि नये एनएच के बन जाने से इलाके में तीव्र गति से विकास होगा.
आदिवासी बहुल छह जिलों वाला यह प्रमंडल विकास की दृष्टि से बेहद पिछड़ा है. सरकार खुद मानती है कि प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर संताल परगना में विकास की भरपूर संभावना है. नये राष्ट्रीय राजमार्ग से इस काम को गति मिलेगी. देवघर व पाकुड़ जिले पर्यटन तथा उत्तम किस्म के चिप्स व कोयले की खदानों के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं.
संताल इलाके के तीन नये एनएच सहित पहले से प्रस्तावित 310 किमी लंबे गोविंदपुर-जामताड़ा-दुमका-बरहैट-साहेबगंज मार्ग तथा साहेबगंज में गंगा पुल के निर्माण से बंगाल सहित समस्त उत्तरी पूर्वी भारत का गेट-वे खुल जायेगा. राज्य सरकार ने केंद्र से नये एनएच का निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में कराने का आग्रह किया है. इस मोड में सरकार निर्माण पर पूरे पैसे खर्च करती है. पैसे की कमी के कारण इस काम से दूर रहनेवाली कंपनियां या ठेकेदार इसमें रुचि लेते हैं.