रांची: आप में से कई छात्र-छात्राएं ऐसे हैं जिनके मन में बहुत सी बातें चलती हैं. मन में कुछ अच्छे ख्याल भी आते हैं पर वे इन बातों को अपने शिक्षकों से कह नहीं पाते हैं. अगर कोई कहने की कोशिश भी करता है तो मन में अजीब सा डर होता है. कुछ छात्र छात्रएं ऐसी भी होती हैं जिन्हें विषय वस्तु की पूरी जानकारी रहती है, पर वे कह नहीं पाते, हकलाने लगते हैं.
आत्मविश्वास की कमी से यह समस्या होती है. सत्यानंद योग मिशन के अध्यक्ष योगाचार्य संन्यासी मुक्तरथ ने एमबीए डिपार्टमेंट के छात्रों को संबोधित करते हुए यह बात कही.
योगाचार्य ने आगे कहा कि नियमित प्राणायाम व ध्यान से आत्मविश्वास में वृद्धि हो सकती है. उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए समय का मैनेजमेंट बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जो छात्र समय के महत्व को नहीं पहचानते उन्हें जीवन में आगे चल कर सिर्फ पछताना ही पड़ता है.