रांचीः हमारे राज्य में बच्चे कुपोषित न हो, उनकी मौत न हो, इसका प्रयास हम सब को करना होगा. समाज कल्याण विभाग ने कुपोषित बच्चों को स्वस्थ करने के लिए नया कार्यक्रम जीवन आशा शुरू किया है.
कुपोषण उपचार केंद्र में ऐसे बच्चों को विशेष अभियान चला कर स्वस्थ किया जायेगा. रांची जिले के मांडर में इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, शेष जिले में भी यह कार्यक्रम चलेगा. स्वास्थ्य विभाग की सहिया व समाज कल्याण विभाग की आंगनबाड़ी सेविका ग्रासरूट से जुड़ी हैं. राज्य से कुपोषण यही दूर करेंगी. यह बातें समाज कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कही. वह एटीआइ सभागार में आयोजित पोषण सप्ताह का शुभारंभ कर बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं.
समाज कल्याण सचिव मृदुला सिन्हा ने कहा कि कुपोषण व पोषण सप्ताह की बात पहले वर्ष में एक ही बार होती थी, लेकिन सबके प्रयास से अब इसे पूरे वर्ष का एजेंडा बना दिया गया है. समाज कल्याण निदेशक पूजा सिंहल ने जीवन आशा के बारे विस्तार से बताया. यूनिसेफ के जॉब जकारिया ने कहा कि हमारा सपना स्वस्थ, स्वच्छ व शिक्षित झारखंड का है. स्वास्थ्य सचिव के विद्यासागर ने भी अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम के दौरान कुपोषण मिटाने संबंधी एक संकल्प पत्र का विमोचन किया गया. इस अवसर पर रिम्स के निदेशक तुलसी महतो तथा विभागीय व यूनिसेफ के पदाधिकारियों सहित सहिया, सेविका व एएनएम उपस्थित थे.